By पं. सुव्रत शर्मा
जानिए मघा नक्षत्र के स्वभाव, चारों पाद, पुरुष और महिला जातकों के गुण, करियर, अनुकूलता और जीवन पर प्रभाव
मघा नक्षत्र वैदिक ज्योतिष के सबसे प्रतिष्ठित और प्रभावशाली नक्षत्रों में गिना जाता है। इसका अर्थ है “महान” या “भव्य”। यह सिंह राशि के 00°00′ से 13°20′ तक फैला है और इसका स्वामी ग्रह केतु है। मघा नक्षत्र का प्रतीक शाही सिंहासन है, जो शक्ति, सम्मान, पूर्वजों की विरासत और सामाजिक प्रतिष्ठा का द्योतक है। इस नक्षत्र के अधिष्ठाता पितर (पूर्वज) हैं, जिनका आशीर्वाद जातक के जीवन में गहराई, स्थायित्व और गरिमा लाता है।
तत्व | विवरण |
---|---|
नक्षत्र क्रम | 10वां |
राशि | सिंह (00°00′ - 13°20′) |
नक्षत्र स्वामी | केतु |
अधिष्ठाता देवता | पितर (पूर्वज) |
प्रतीक | शाही सिंहासन |
तत्व | जल |
स्वभाव | उग्र, भव्य, गंभीर |
गण | राक्षस |
वृक्ष | बरगद |
शुभ रंग | आइवरी, क्रीम |
शुभ रत्न | बिल्ली की आंख |
शुभ अंक | 10 |
अक्षर | मा, मी, म्यू, मे |
पशु प्रतीक | नर चूहा |
पक्षी प्रतीक | नर चील |
मघा नक्षत्र का संबंध हमारे पूर्वजों, पितरों और पारिवारिक विरासत से है। यह नक्षत्र भूतकाल के कर्मों, परंपराओं और संस्कारों से जुड़ा है। मघा नक्षत्र में जन्मे जातक अपने वंश, कुल और परंपराओं पर गर्व करते हैं। वे अपने परिवार, समाज और संस्कृति के प्रति गहरी जिम्मेदारी महसूस करते हैं। इस नक्षत्र का प्रभाव जातक को नेतृत्व, प्रतिष्ठा, दानशीलता और सामाजिक सम्मान की ओर प्रेरित करता है।
पद | डिग्री (सिंह राशि) | नवांश | स्वामी | मुख्य गुण/ऊर्जा |
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प्रथम | 00°00′ - 03°20′ | मेष | मंगल | इच्छा शक्ति, साहस, पहल |
द्वितीय | 03°20′ - 06°40′ | वृषभ | शुक्र | भौतिकता, संगठन, छवि |
तृतीय | 06°40′ - 10°00′ | मिथुन | बुध | कला, विद्वता, संवाद |
चतुर्थ | 10°00′ - 13°20′ | कर्क | चंद्र | अनुष्ठान, पूर्वज पूजा, गौरव |
मघा जातक नेतृत्व, संगठन और सामाजिक प्रतिष्ठा वाले क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं। वे अपने कार्यक्षेत्र में सम्मान और पहचान पाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं।
विषय | विवरण |
---|---|
नक्षत्र क्रम | 10वां |
राशि | सिंह |
स्वामी ग्रह | केतु |
अधिष्ठाता | पितर (पूर्वज) |
प्रतीक | शाही सिंहासन |
तत्व | जल |
शुभ रंग | आइवरी, क्रीम |
शुभ रत्न | बिल्ली की आंख |
वृक्ष | बरगद |
अनुकूल नक्षत्र | पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, स्वाति |
प्रतिकूल नक्षत्र | अश्लेषा, ज्येष्ठा, रेवती |
मघा नक्षत्र केवल भव्यता, शक्ति और सामाजिक सम्मान का प्रतीक नहीं, बल्कि पूर्वजों की विरासत, परंपराओं और आत्मिक गहराई का भी द्योतक है। इस नक्षत्र में जन्मे लोग अपने जीवन में नेतृत्व, दानशीलता, जिम्मेदारी और संस्कृति के प्रति गहरी निष्ठा रखते हैं। मघा जातक अपने पूर्वजों के आशीर्वाद, परंपराओं और आत्मिक शक्ति को अपनाकर जीवन में संतुलन, सफलता और शांति प्राप्त कर सकते हैं।
मघा नक्षत्र — जहां भव्यता, नेतृत्व और पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है, वहीं आत्मा को गहराई और जीवन को गरिमा भी मिलती है।
अनुभव: 27
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