By पं. अमिताभ शर्मा
जानिए 9 जुलाई 2025 को मिथुन राशि में बृहस्पति के उदय से किन राशियों को मिलेगा धन और सफलता का वरदान
वैदिक ज्योतिष में बृहस्पति को देवताओं के गुरु, ज्ञान और समृद्धि के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। इन्हें गुरु बृहस्पति कहा जाता है। जब भी बृहस्पति अपनी गति बदलते हैं या किसी विशेष राशि में प्रवेश करते हैं, तो उसका प्रभाव हर जातक के जीवन में गहराई से महसूस होता है। वर्ष 2025 में, 9 जुलाई की सुबह 4 बजकर 43 मिनट पर बृहस्पति मिथुन राशि में उदित होंगे। यह कालखंड न केवल ज्योतिषीय दृष्टि से, बल्कि मानवीय जीवन के लिए भी विशेष माना जा रहा है।
वर्तमान में बृहस्पति अतिचारी अवस्था में हैं, यानी वे अपनी सामान्य गति से कहीं तेज चल रहे हैं। यह स्थिति 2032 तक बनी रहेगी। वैदिक शास्त्रों में माना गया है कि जब बृहस्पति अतिचारी होते हैं, तो जीवन में अस्थिरता, उलझन और कई बार असंतोष भी बढ़ जाता है। ऐसे समय में निर्णयों में जल्दबाजी और परिणामों को लेकर अनिश्चितता बनी रहती है। लेकिन जब बृहस्पति का उदय होता है, तो उनकी शुभता पुनः सक्रिय हो जाती है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
यह समय विशेष रूप से उन जातकों के लिए शुभ है, जिनकी कुंडली में बृहस्पति का प्रभाव महत्वपूर्ण है। इस दिन से बृहस्पति की ऊर्जा पूर्ण रूप से जाग्रत मानी जाती है और शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए भी इसे उत्तम माना जाता है।
वृषभ राशि के जातकों के लिए यह समय लंबे समय से चली आ रही बाधाओं से मुक्ति का संकेत है। आर्थिक क्षेत्र में सुधार, आय में वृद्धि और पारिवारिक तनावों में कमी की संभावना है। बृहस्पति का उदय आपकी वाणी और संवाद कौशल को भी निखारेगा, जिससे आप दूसरों को आसानी से प्रभावित कर पाएंगे। निवेश या बचत की योजनाओं में भी सफलता मिलेगी। यह समय है अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने का, क्योंकि अब भाग्य आपका साथ देगा।
मिथुन राशि में इस समय बृहस्पति का गोचर चल रहा है और अब जब वे उदित होंगे, तो नौकरी, व्यवसाय और विवाह के इच्छुक जातकों के लिए नए अवसर खुलेंगे। संचार में स्पष्टता आएगी, पारिवारिक विवाद सुलझेंगे और संपत्ति या कार्यस्थल से जुड़े आर्थिक लाभ मिल सकते हैं। जो लोग आत्मविश्वास की कमी महसूस कर रहे थे, उन्हें अब अपनी बात रखने में झिझक नहीं होगी। यह समय आपके लिए जीवन में स्थिरता और समृद्धि लाएगा।
सिंह राशि के जातकों के लिए बृहस्पति का यह गोचर करियर में उन्नति, अप्रत्याशित आर्थिक लाभ और पारिवारिक स्वास्थ्य में सुधार का संकेत है। विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए भी यह समय अनुकूल है। धार्मिक और आध्यात्मिक रुचि बढ़ेगी, जिससे मानसिक शांति और संतुलन मिलेगा। प्रमोशन, वेतनवृद्धि या नए प्रोजेक्ट्स की संभावना प्रबल है।
बृहस्पति का उदय केवल व्यक्तिगत जीवन में ही नहीं, बल्कि सामाजिक, आर्थिक और वैचारिक स्तर पर भी सकारात्मक परिवर्तन लाता है। शिक्षा, नीति, तकनीक और परिवार में नई ऊर्जा का संचार होता है। गुरु को वैदिक परंपरा में सदैव सम्मान की दृष्टि से देखा गया है, क्योंकि वे ज्ञान, धर्म और सदाचार के मार्गदर्शक हैं। इस काल में गुरुओं का सान्निध्य और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना विशेष फलदायी माना गया है।
हर परिवर्तन अपने साथ नई आशाएं और संभावनाएं लेकर आता है। बृहस्पति का उदय भी एक ऐसा ही अवसर है, जब जीवन में सकारात्मकता की किरण फूटती है। यह समय है अपने भीतर के विश्वास को जगाने का, अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने का और उन मूल्यों को अपनाने का, जो जीवन को सार्थक बनाते हैं। गुरु का आशीर्वाद जब साथ हो, तो राहें खुद-ब-खुद आसान हो जाती हैं।
गुरु उदय 2025 न केवल ज्योतिषीय दृष्टि से, बल्कि मानवीय और आध्यात्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। वृषभ, मिथुन और सिंह राशि के जातकों के लिए यह समय विशेष रूप से शुभ है। जीवन में नई ऊर्जा, समृद्धि और संतुलन का अनुभव करने के लिए इस अवधि का सदुपयोग करें। विश्वास रखें, गुरु का आशीर्वाद आपको हर चुनौती से पार ले जाएगा।
अनुभव: 32
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