By अपर्णा पाटनी
जानिए क्यों अष्टकूट मिलान हर विवाह में विशेष महत्व रखता है
शादी जैसे महत्वपूर्ण जीवन निर्णय में ज्योतिष की भूमिका सदियों से भारतीय संस्कृति में मानी जाती आ रही है। चाहे प्रेम विवाह हो या पारंपरिक रिश्ता, विवाह से पहले कुंडली मिलान करने की प्रथा आज भी उतनी ही प्रचलित है। कुंडली मिलान का उद्देश्य दूल्हा-दुल्हन के बीच वैवाहिक अनुकूलता की जांच करना है ताकि इनके वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहे।
अष्टकूट मिलान हिंदू ज्योतिष का एक प्रमुख तरीका है जिसमें दूल्हा और दुल्हन की कुंडली के आठ (अष्ट) पहलुओं का मिलान किया जाता है। कुल 36 अंकों का मूल्यांकन किया जाता है, जो मुख्य रूप से मानसिक, शारीरिक, भावनात्मक और यौन-अनुकूलता को दर्शाते हैं। इन आठ कुण्डलियों के पहलुओं में से प्रत्येक को अंक दिए जाते हैं। अंक जितने अधिक, विवाह की अनुकूलता और सुख-समृद्धि की संभावना उतनी बेहतर। 18 अंक से नीचे के परिणाम वाले मिलान को आमतौर पर खराब माना जाता है, जबकि उच्च अंक बेहतर वैवाहिक जीवन का संकेत देते हैं।
गुण | अंक | जीवन पर असर |
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वर्ण | 1 | मूल संस्कार, मानसिकता का मेल |
वश्य | 2 | भावनात्मक संतुलन, नेतृत्व |
तारा | 3 | भाग्य, स्वास्थ्य, धैर्य |
योनि | 4 | अंतरंगता, दांपत्य संतुष्टि |
ग्रहमैत्री | 5 | मित्रता, विचारों की संगति |
गण | 6 | स्वभाव, संवाद, गृह शांति |
भकूट | 7 | आयु, संतान, स्थायित्व |
नाड़ी | 8 | संतान, स्वास्थ्य, पीढ़ियों तक सुरक्षा |
मिलान स्कोर | रैंक | भावार्थ |
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0-17 | खराब मिलान | नकारात्मक प्रभाव, सावधानी जरूरी |
18-24 | औसत मिलान | कुछ चुनौतियाँ संभव, फिर भी वैवाहिक जीवन संभव |
25-32 | अच्छा मिलान | सुखी और संतोषजनक वैवाहिक जीवन |
33-36 | उत्तम मिलान | अत्यधिक सौभाग्यशाली एवं प्रसन्न वैवाहिक जीवन |
जहां प्रेम विवाह में दोनों साथी एक-दूसरे को व्यक्तिगत रूप से जानते और समझते हैं, वहां भी कुंडली मिलान करना अत्यंत लाभकारी होता है।
कई बार रिश्ता प्रेम पर आधारित होता है लेकिन कुंडली मिलान के अंकों में कमी दिखती है। इस स्थिति में:
अष्टकूट मिलान वैवाहिक अनुकूलता का मूल आधार है, पर पूर्ण सफलता के लिए ग्रहस्थितियों और मनोवैज्ञानिक संगति का भी ध्यान रखना चाहिए।
अनिवार्य नहीं, लेकिन प्रेम विवाह में भी मिलान से विवाह संबंधी भविष्यवाणी और संभावित समस्याओं से बचाव होता है।
हर परिस्थिति अलग होती है। खराब मिलान में ज्योतिषीय उपाय कर वैवाहिक जीवन सफल बनाया जा सकता है।
इस तरह, कुंडली मिलान प्रेम विवाह हो या पारंपरिक विवाह, दोनों में गाइड का काम करता है। यह न केवल जीवनसाथी के ग्रह और स्वभाव का मिलान करता है बल्कि विवाह को सुखी और सफलता सम्पन्न बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण संकेत देता है। शादी के लिए इस वैज्ञानिक और ज्योतिषीय संयोजन को समझना और सही दिशा में कदम लेना ही सुखी वैवाहिक जीवन का आधार बनता है।
अनुभव: 15
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इनके क्लाइंट: म.प्र., दि.
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