By पं. संजीव शर्मा
जानिए 2025 में आने वाले सभी प्रदोष व्रत की तिथियां, महत्व, पूजा विधि और शास्त्रों के अनुसार इनका लाभ
प्रदोष व्रत भगवान शिव की आराधना का अत्यंत शुभ और फलदायी अवसर है, जो हर माह के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को आता है। यह व्रत जीवन के दोष, रोग, बाधा और मानसिक अशांति को दूर करने का एक शक्तिशाली साधन है। प्रदोष काल में शिवलिंग का अभिषेक और पूजा करने से साधक को विशेष पुण्य, सुख-समृद्धि और आध्यात्मिक ऊर्जा की प्राप्ति होती है। वैदिक ज्योतिष में भी प्रदोष व्रत को ग्रह दोष, शनि पीड़ा, पितृ दोष और पारिवारिक कलह शांति के लिए अत्यंत प्रभावशाली माना गया है। आइए जानते हैं 2025 में प्रदोष व्रत की सभी तिथियां, उनका महत्व और कुछ विशेष बातें, जो हर शिव भक्त को जाननी चाहिए।
तिथि | वार | प्रकार |
---|---|---|
11 जनवरी | शनिवार | शनि प्रदोष (शुक्ल) |
27 जनवरी | सोमवार | सोम प्रदोष (कृष्ण) |
9 फरवरी | रविवार | रवि प्रदोष (शुक्ल) |
25 फरवरी | मंगलवार | भौम प्रदोष (कृष्ण) |
11 मार्च | मंगलवार | भौम प्रदोष (शुक्ल) |
27 मार्च | गुरुवार | गुरु प्रदोष (कृष्ण) |
10 अप्रैल | गुरुवार | गुरु प्रदोष (शुक्ल) |
25 अप्रैल | शुक्रवार | शुक्र प्रदोष (कृष्ण) |
9 मई | शुक्रवार | शुक्र प्रदोष (शुक्ल) |
24 मई | शनिवार | शनि प्रदोष (कृष्ण) |
8 जून | रविवार | रवि प्रदोष (शुक्ल) |
23 जून | सोमवार | सोम प्रदोष (कृष्ण) |
8 जुलाई | मंगलवार | भौम प्रदोष (शुक्ल) |
22 जुलाई | मंगलवार | भौम प्रदोष (कृष्ण) |
6 अगस्त | बुधवार | बुध प्रदोष (शुक्ल) |
20 अगस्त | बुधवार | बुध प्रदोष (कृष्ण) |
5 सितंबर | शुक्रवार | शुक्र प्रदोष (शुक्ल) |
19 सितंबर | शुक्रवार | शुक्र प्रदोष (कृष्ण) |
4 अक्टूबर | शनिवार | शनि प्रदोष (शुक्ल) |
18 अक्टूबर | शनिवार | शनि प्रदोष (कृष्ण) |
3 नवंबर | सोमवार | सोम प्रदोष (शुक्ल) |
17 नवंबर | सोमवार | सोम प्रदोष (कृष्ण) |
2 दिसंबर | मंगलवार | भौम प्रदोष (शुक्ल) |
17 दिसंबर | बुधवार | बुध प्रदोष (कृष्ण) |
प्रदोष व्रत केवल एक तिथि या अनुष्ठान नहीं, बल्कि श्रद्धा, संयम और शिव भक्ति का वह पावन अवसर है, जो जीवन के हर अंधकार को दूर कर शिव कृपा का उजास लाता है। यह व्रत साधक को आत्मबल, मानसिक शांति और पारिवारिक सुख-समृद्धि का अमूल्य वरदान देता है। 2025 में इन शुभ तिथियों पर श्रद्धा और नियम से प्रदोष व्रत करें-आपके जीवन में भी शिव कृपा और सुख-शांति का संचार अवश्य होगा।
अनुभव: 15
इनसे पूछें: पारिवारिक मामले, आध्यात्मिकता और कर्म
इनके क्लाइंट: दि., उ.प्र., म.हा.
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