By पं. संजीव शर्मा
जानें शनि अमावस्या पर हर राशि के लिए विशेष उपाय और शनि देव की कृपा पाने के सरल मार्ग
शुभ तिथि और महत्व
23 अगस्त 2025 को भाद्रपद माह की अमावस्या तिथि पड़ रही है, जो शनिवार को है। इस दिन को शनि अमावस्या कहा जाता है। शनि देव कर्म, अनुशासन और न्याय के देवता माने जाते हैं। इस दिन उनका पूजन जीवन के कष्टों को कम करने और शुभ फलों को प्राप्त करने का सर्वोत्तम अवसर है।
शनि अमावस्या पर प्रमुख अनुष्ठान
नीचे दी गई राशि अनुसार विशेष उपायों का पालन कर शनि के अशुभ प्रभाव को दूर कर सकते हैं।
मेष राशि मंगल ग्रह की राशि है। इस दिन हनुमान मंदिर में जाकर चमेली के तेल का दीपक जलाएं। पुरुष जातक हनुमान जी को चोला चढ़ाएं और महिलाएं नारियल अर्पित करें। इससे शनि के अशुभ प्रभाव कम होंगे और साहस में वृद्धि होगी।
वृषभ राशि शुक्र ग्रह से प्रभावित होती है। इस दिन काली गाय, काले कुत्ते या कौवे को भोजन कराना अत्यंत शुभ है। ऐसा करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होगी।
मिथुन राशि बुध की राशि है। इस दिन निर्धन या दिव्यांग व्यक्ति की आर्थिक सहायता करें। यह दान शनि देव को प्रसन्न करता है और कष्टों को दूर करता है।
कर्क राशि चंद्रमा की राशि है। इस दिन मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ करना शनि के दुष्प्रभाव को कम करेगा।
सिंह राशि सूर्य से शासित है। इस दिन वृद्ध या दिव्यांग व्यक्तियों को भोजन, काले वस्त्र या काली छतरी का दान करें। इससे शनि की कृपा और सूर्य की आभा दोनों मिलेंगे।
कन्या राशि बुध की राशि है। हनुमान मंदिर में दीपक जलाएं और हनुमान जी को लाल चोला अर्पित करें।
तुला राशि शुक्र की राशि है। शनि मंदिर में जाकर काले तिल और उड़द दाल का दान करना अत्यंत शुभ रहेगा।
वृश्चिक राशि मंगल की राशि है। शनि मंदिर जाकर पीपल वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं और काले तिल तथा उड़द चढ़ाएं।
धनु राशि बृहस्पति की राशि है। इस दिन काले तिल, नीले फूल और सरसों का तेल शनि देव को अर्पित करें।
मकर राशि शनि की ही राशि है। इस दिन छाया दान करें। सरसों के तेल से भरे पात्र में अपनी छवि देखें और फिर तेल का दान करें। यह उपाय शनि देव को अत्यंत प्रिय है।
कुम्भ राशि भी शनि की राशि है। इस दिन हनुमान मंदिर जाकर हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ करें और हनुमान जी को भोग लगाएं।
मीन राशि बृहस्पति की राशि है। इस दिन गायों और कौवों को भोजन कराएं और दिव्यांग लोगों की आर्थिक मदद करें।
राशि | उपाय |
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मेष | हनुमान मंदिर में दीपक और चोला चढ़ाना |
वृषभ | काली गाय, काले कुत्ते या कौवों को भोजन कराना |
मिथुन | निर्धन या दिव्यांग की आर्थिक सहायता |
कर्क | हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ |
सिंह | भोजन, काले वस्त्र और छतरी का दान |
कन्या | हनुमान मंदिर में दीपक और लाल चोला चढ़ाना |
तुला | काले तिल और उड़द दाल का दान |
वृश्चिक | पीपल के नीचे दीपक और काले तिल उड़द का दान |
धनु | काले तिल, नीले फूल और तेल अर्पित करना |
मकर | सरसों के तेल में छवि देखकर दान करना |
कुम्भ | हनुमान चालीसा और बजरंग बाण का पाठ |
मीन | गाय और कौवों को भोजन, दिव्यांग की सहायता |
1. शनि अमावस्या क्या होती है?
शनिवार को पड़ने वाली अमावस्या को शनि अमावस्या कहा जाता है, जो शनि देव की उपासना का विशेष दिन है।
2. शनि अमावस्या 2025 कब है?
यह 23 अगस्त 2025 को पड़ रही है।
3. शनि अमावस्या पर सबसे प्रमुख उपाय क्या हैं?
दीपदान, तिल-तेल का दान, पीपल पूजन और हनुमान चालीसा का पाठ प्रमुख हैं।
4. राशि अनुसार उपाय क्यों महत्वपूर्ण हैं?
हर राशि का स्वामी ग्रह अलग है। उसी के अनुसार उपाय करने से शनि के दुष्प्रभाव शीघ्र कम होते हैं।
5. छाया दान क्या होता है?
तेल से भरे पात्र में अपना प्रतिबिंब देखकर तेल का दान करना ही छाया दान कहलाता है, जो शनि देव को विशेष प्रिय है।
अनुभव: 15
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इनके क्लाइंट: दि., उ.प्र., म.हा.
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