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वृश्चिक जनवरी मासिक राशिफल 2026

By पं. नरेंद्र शर्मा

वृश्चिक राशि का जनवरी 2026 के लिए मासिक राशिफल | करियर उन्नति, आर्थिक स्थिरता, स्वास्थ्य, प्रेम और परिवार पर वैदिक ज्योतिष आधारित विस्तृत मार्गदर्शन

 वृश्चिक के लिए मासिक राशिफल

सामान्य

जनवरी का महीना वृश्चिक जातकों के लिए कई मायनों में शुभ परिणाम देने वाला रहेगा। महीने की शुरुआत में सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र का दूसरे भाव में स्थित होना आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा और आय में बढ़ोतरी कराएगा। महीने के मध्य के बाद ये सभी ग्रह तीसरे भाव में प्रवेश करेंगे, जिससे यात्राओं के अवसर बनेंगे। पूरे महीने शनि पंचम भाव में, राहु चतुर्थ भाव में, केतु दशम भाव में और गुरु अष्टम भाव में रहकर आपको आध्यात्मिक रुचियों की ओर आकर्षित करेंगे और दीर्घकालिक योजनाएँ बनाने के लिए प्रेरित करेंगे। करियर के मामले में इस दौरान सावधानी की आवश्यकता है। कार्य के प्रति रुचि में थोड़ी कमी आ सकती है, जिससे कुछ चुनौतियाँ बनेंगी, परन्तु निरंतर प्रयास आपको सफलता दिलाएंगे। व्यापारियों को माह की शुरुआत में अच्छा लाभ मिलेगा और बाद में यात्राओं के माध्यम से लाभ के अवसर बढ़ेंगे। छात्रों को पढ़ाई में उतार-चढ़ाव रहेंगे, लेकिन नियमित और अनुशासित अध्ययन से श्रेष्ठ परिणाम मिलेंगे। स्वास्थ्य की दृष्टि से खानपान पर ध्यान देना आवश्यक होगा क्योंकि दांत, मुंह या सर्दी-जुकाम संबंधी समस्याएँ परेशान कर सकती हैं। परिवार के मामलों में वाणी में कटुता न रखें। विवाहिता जातकों के लिए माह का पहला भाग अच्छा रहेगा, परंतु बाद में कुछ तनाव संभव है। प्रेम संबंध सामान्य रहेंगे और ईमानदारी आपके रिश्ते को मजबूत करेगी।

करियर

करियर क्षेत्र में इस महीने थोड़ा संयम रखना होगा। केतु के दशम भाव में होने और सूर्य, मंगल, बुध व शुक्र के दूसरे से तीसरे भाव में प्रवेश करने के कारण नौकरी में उतार-चढ़ाव दिख सकते हैं। कार्य पर ध्यान भटक सकता है, जिससे प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है। इसलिए अपनी कमजोरियों को सुधारने और काम को व्यवस्थित तरीके से करने का प्रयास करें। सहकर्मियों के साथ मधुर व्यवहार आपके लिए विशेष लाभकारी होगा, खासकर महीने के दूसरे हिस्से में। नौकरी बदलने का विचार कर रहे जातकों के लिए यह समय अनुकूल सिद्ध हो सकता है। व्यवसायियों के लिए महीने का प्रथम पक्ष अत्यंत लाभकारी रहेगा। सप्तमेश शुक्र की मजबूत स्थिति व्यापार में फायदा दिलाएगी। मध्य के बाद शुक्र के तीसरे भाव में प्रवेश से व्यापारिक यात्राएँ और मार्केटिंग गतिविधियाँ सफल होंगी। दीर्घकालीन योजनाएँ आपके व्यापार को बढ़ाने में सहायक साबित होंगी।

वित्त

आर्थिक दृष्टि से यह महीना अत्यंत शुभ रहेगा। दूसरे भाव में चार ग्रहों का मजबूत प्रभाव और शनि व गुरु की दृष्टि आय में वृद्धि कराएगी तथा खर्चों को नियंत्रित रखेगी। गुरु की स्थिति घर-परिवार में किसी शुभ कार्यक्रम पर खर्च करवाएगी, परंतु अच्छी आमदनी के कारण आपकी आर्थिक स्थिति सुरक्षित बनी रहेगी। महीने के मध्य से आय में थोड़ी कमी आ सकती है, लेकिन यदि आप शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो दीर्घकालिक निवेश अधिक लाभकारी रहेगा। व्यापार में विशेष रूप से प्रथम पक्ष में अच्छा लाभ मिलने की संभावना है।

स्वास्थ्य

स्वास्थ्य सामान्य रहेगा, हालांकि भोजन संबंधी लापरवाही परेशानी ला सकती है। दूसरे और अष्टम भाव के प्रभाव से मुंह के छाले, दांत दर्द या गले की समस्या हो सकती है। खानपान सुधारना आवश्यक है। मध्य के बाद तीसरे भाव में ग्रहों की उपस्थिति कंधों और कानों में तकलीफ दे सकती है। स्वच्छता का ध्यान रखें और किसी भी समस्या पर तुरंत चिकित्सक से सलाह लें। आप इस महीने स्वास्थ्य के प्रति अधिक सजग रहेंगे और योग, व्यायाम जैसी दिनचर्याएँ अपनाने का मन भी बना सकते हैं।

प्रेम, विवाह एवं व्यक्तिगत संबंध

प्रेम संबंधों में भावनात्मक उतार-चढ़ाव रह सकते हैं। गुरु के अष्टम भाव में वक्री होने और शनि के पंचम भाव में होने से कभी बहस तो कभी प्रेम भरे पल देखने को मिलेंगे। आप प्रेम को छिपाने की कोशिश करेंगे, परंतु ईमानदारी और साफदिल व्यवहार आपका रिश्ता मजबूत करेगा। विवाहित जातकों के लिए माह का पहला भाग बेहद अनुकूल है—दांपत्य में प्रेम और रोमांस बढ़ेगा तथा जीवनसाथी से आर्थिक लाभ भी संभव है। दूसरे भाग में हल्के तनाव उत्पन्न हो सकते हैं, इसलिए अनावश्यक विवाद से बचें।

परिवार एवं मित्र

पारिवारिक जीवन में खुशी और थोड़े मतभेद दोनों दिखेंगे। अष्टम भाव में गुरु तथा दूसरे भाव में चार ग्रह होने से घर में किसी शुभ कार्य या खुशी का माहौल बनेगा। हालांकि विचारों में असहमति भी हो सकती है, इसलिए बोलचाल में संयम रखें। महीने के दूसरे भाग में जब चार ग्रह तीसरे भाव में आएंगे, तब भाई-बहनों से जुड़े कुछ मुद्दे सामने आ सकते हैं। राहु के चौथे भाव में होने से माँ के साथ हल्की अनबन संभव है। प्रेम और धैर्य से संबंध बेहतर रहेंगे।

उपाय

  • मंगलवार को श्री बजरंग बाण का पाठ करें।
  • गुरुवार को केले के पौधे को जल चढ़ाएँ।
  • गुरुवार के दिन पीपल का वृक्ष लगाएँ।
  • सोमवार को शिव मंदिर जाकर रुद्राभिषेक करें।

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लेखक

पं. नरेंद्र शर्मा

पं. नरेंद्र शर्मा (63)


अनुभव: 20

इनसे पूछें: पारिवारिक मामले, करियर

इनके क्लाइंट: पंज., हरि., दि.

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