By पं. सुव्रत शर्मा
सूर्य के प्रभाव में नेतृत्व, आत्मनिर्भरता और सफलता
अंकशास्त्र के दिव्य क्षेत्र में संख्या 1 उस अखंड ज्योति और शक्ति का प्रतीक है, जिससे प्राणियों के जीवन-वृत्त, स्वप्न, प्रयत्न और समाज को दिशा मिलती है। यह संख्या एक ओर जहां सूर्य की दिव्यता, आत्मनिर्भरता व नेतृत्व क्षमता का सार है, वहीं दूसरी ओर मानव-जन्म, नाम, भाग्य, कर्म और संपूर्ण कर्तृत्व का मौलिक स्रोत भी है। भारतीय वेदों व शास्त्रीय परंपरा में यह संख्या “आदि-शक्ति,” “उच्च आकांक्षा” और “क्रियाशीलता की भावना” के केंद्र में स्थित मानी जाती है। जीवन के हर पहलू, जन्म-तिथि, नाम, भाग्य, जब नंबर 1 की छाया में आता है, तो उसमें तेजस्विता, आत्मसम्मान और नवनिर्माण का विशेष योग प्रकट होता है।
संख्या 1 का शासक ग्रह सूर्य है, समस्त नवग्रहों में पिता-तुल्य, प्रकाशवान, ऊर्जा का अक्षय स्रोत। जिस तरह सूर्य के प्रकाश से सम्पूर्ण जगत् में जीवन, चेतना व गति आती है, वैसे ही नंबर 1 से अभिसिंचित व्यक्ति के व्यक्तित्व में प्रखरता, करिश्मा, आत्मबल व स्पष्टता का संचार होता है।
मुख्य प्रतीक/संबंध:
अधिकतम 35 वर्ष की आयु तक मानसिक अंक व्यक्ति के स्वभाव का नियंता रहता है। यदि मस्तिष्क अंक 1 हो, तो यह आत्मनिर्भरता, अनुशासन, आत्म-विशेषत्व, सामाजिकता व उजास की सुगंध देता है। ऐसे जातक मुख्यधारा के नेता, स्वावलंबी, उपक्रमशील व अपने लक्ष्य पर अडिग रहते हैं। जीवन, संबंध, करियर में रंगीन आत्मविश्वास, व्यवस्था, उद्देश्यपरकता के लिए प्रसिद्ध होते हैं। कभी-कभी ये थोड़े अहंकारी या तानाशाह भी हो जाते हैं; लेकिन संरक्षण, साहसी निर्णय और जिम्मेदारी इनमें विशेष गुण के रूप में रहती है।
35 वर्ष के बाद भाग्यांक (पूर्ण जन्म-तिथि के अंकों का योग) और ज़्यादा प्रभावी होता है। भाग्यांक 1 वाले जातक नए आयाम, नये मार्ग, शोध, प्रस्तुति और नेतृत्व में अग्रणी होते हैं। वे आत्मनिष्ठा, स्पष्टता, पहल और करिश्मा से दूसरों को साथ जोड़ते हैं। दुनिया की अग्रगामी सफलता इनका मंत्र होती है, नए विचार, व्यवसाय या सामाजिक-सांस्कृतिक अभियान प्रारंभ करने में सक्षम; “जोश के साथ जोड़े रखना”, इनकी खासियत।
नामांक 1 वाले अपने परिवार, सामाजिक और प्रोफेशनल क्षेत्रों में प्रेरक नेतृत्व करते हैं। इन्हें अपने आसपास के लोगों से सहज समर्थन, उत्साह और स्थायी सफलता मिलती है। जहाँ भी जाएं, बोलचाल, निर्णय, रचनात्मक प्रोजेक्ट, प्रबंधन या सलाह, सर्वत्र चमकते हैं।
अनुकूल संख्या | प्रतिकूल संख्या |
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2, 3, 9 | 4, 6, 8 |
जीवनपथ संख्या निकालने के लिए, अपने जन्म वर्ष, माह और दिन के सभी अंकों को जोड़कर अंत में एक अंक में परिणत करें। यदि योग 1 आए, तो आप प्राकृतिक रूप से स्वतंत्र, आत्मविश्वासी, अन्वेषक और दिशा-निर्धारित हैं। नेतृत्व करने, दूसरों के लिए प्रेरणा बनने, स्वयं के अंदर की शक्ति को पहचानने में ये लोग सदैव आगे रहते हैं।
जन्म तिथि |
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१, १०, १९, २८ |
इन तिथियों पर जन्मे लोग चुंबकीय व्यक्तित्व के, सकारात्मक नेतृत्व वाले, रचनात्मकता और पहल के साथ विविध क्षेत्रों में सफलता पाते हैं, उद्यमिता, प्रशासन, राजनीति, थिएटर/कला/डिज़ाइन, खेल, स्वतन्त्र लेखन, डायरेक्शन, रिसर्च, नीति निर्माण। इन क्षेत्रों में ये नये प्रतिमान बना सकते हैं।
विषय | संख्याएं |
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व्यवसाय | 1, 4, 8, 9 |
विवाह | 1, 2, 4, 8, 9 |
प्रेम संबंध | 1, 3, 4, 6, 8 |
संख्या 1 के पारिवारिक/प्रेम संबंधों में निष्ठा, समर्पण, पारस्परिक उन्नति की प्रबल चाह रहती है। ये स्वभाव से प्रोटेक्टिव, प्रेरक और कभी-कभी कमांडिंग होते हैं। खासकर ३, ५, ६ अंक वालों के साथ उनकी घनिष्ठता दीर्घजीवी, सशक्त और प्रेरक होती है।
रविवार, सूर्य की उच्च ऊर्जा का सबसे शक्तिशाली दिन; इस दिन कोई भी बड़ा निर्णय, नया कार्य, आध्यात्मिक अभ्यास, या पूजा अत्यंत हितकारी।
रंग, सोना, पीला, नारंगी, लाल, ऊर्जा, उत्साह, उन्नति व मनोबल का संवर्धन।
रत्न, माणिक्य, जिससे आभ्यंतर आत्मबल, साहस व प्रतिष्टा का उन्नयन।
संख्या 1 के लिए सबसे बड़ा आध्यात्मिक पाठ, त्याग और विनम्रता है। नेतृत्व के मार्ग में अगर ये आत्मसंयम, समानुभूति व सहभागिता जीवन में लाते हैं, तो समाज/परिवार में स्थायी प्रेरणा और गौरव-चिह्न स्थापित करते हैं।
ये नाम संख्यांक १ की सच्ची प्रेरणा, बोल्ड नेतृत्व, विचार सृजन, विश्व में अमिट छाप।
भारतीय अंक ज्योतिष में नंबर 1, नवजीवन, स्वतंत्रता, आत्म-निर्भरता, चरित्र और नवीन सोच की जीवंत प्रेरणा है। इसका मार्ग खुद को पहचानना, अपनी ऊर्जा को साझेदारी, सेवा व आत्मप्रियता में बदलना है। इस भावना से हर पाठक न सिर्फ अपने व्यक्तित्व व संभावनाओं को पहचान सकता है बल्कि संपूर्ण जगत के काल-तारों से जुड़े अंग का भी बोध पा सकता है।
1. भारतीय अंकज्योतिष में 1 का ग्रहाधिपति कौन है?
सूर्य, तेज, आत्मबल का केंद्र।
2. कौन-कौन सी जन्मतिथि भाग्यांक 1 देती है?
१, १०, १९, २८, किसी भी माह में।
3. 1 अंक वालों के उपयुक्त पेशे कौन-से?
नेतृत्व, उद्यमिता, कला, व्यक्तिगत प्रशासन/कर्म/डिज़ाइन/मार्गदर्शन।
4. इसका सबसे बड़ा आध्यात्मिक पाठ?
त्याग, विनम्रता, आत्म-संयम, नेतृत्व को सेवा में बदलना।
5. संबंधों में कौन से अंक सर्वाधिक अनुकूल हैं?
अंक ३, ५, ६, विशेष सौहार्द।
अनुभव: 27
इनसे पूछें: विवाह, करियर, संपत्ति
इनके क्लाइंट: छ.ग., म.प्र., दि., ओडि
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