By पं. संजीव शर्मा
द्वादश भाव में मंगल के फल, खर्च, वैवाहिक तनाव, मानसिकता और उपायों की जानकारी
ज्योतिष में द्वादश भाव का संबंध खर्च, विदेश यात्रा, अस्पष्ट शत्रुओं, सपनों और आत्म-संयम जैसे गहरे विषयों से माना जाता है। जब मंगल इस स्थान पर आता है, तो जीवन के कई पहलुओं में तीक्ष्णता तो आती ही है, साथ ही यही मंगल व्यक्ति के साहस, आंतरिक लड़ाई और खुद पर नियंत्रण की शक्ति को गहरा करता है।
जीवन क्षेत्र | द्वादश मंगल का प्रभाव |
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दाम्पत्य जीवन | तनाव, अलगाव, कटुता |
स्वास्थ्य | नेत्र रोग, सिरदर्द, पेट समस्या |
खर्च/धन | फिजूलखर्ची, कर्ज, वित्तीय असंतुलन |
भाई/बहन | बड़े पद, पर आर्थिक अस्थिरता |
बेटे/संतान | सर्जरी की संभावना, स्वास्थ्य चुनौतियां |
धार्मिकता | रुचि में कमी, अर्थग्रहण में भटकाव |
वाणी/स्वभाव | तीक्ष्ण, उग्र, कभी हिंसात्मक सोच |
द्वादश भाव में मंगल होने पर कुंडली में मांगलिक दोष बनता है। इससे विवाह में विलंब, गृहकलह या जीवन में छुपी शत्रुताएं, मानसिक स्थिरता में कमज़ोरी, तथा अर्थिक विवशताएं आ सकती हैं। ऐसे स्थिति में उपयुक्त उपाय, मंगलवार का व्रत और ज्योतिषीय मार्दवता अत्यंत आवश्यक है।
मेष और वृश्चिक का स्वामी मंगल मकर में उच्च, कर्क में नीच होता है। बली मंगल व्यक्ति को साहसी, उत्पादकऔर जिजीविषा से भरपूर बनाता है। निर्बल मंगल से दाम्पत्य, आर्थिक, और स्वास्थ्य संबंधी दुश्वारियां उभर सकती हैं।
मंगल की स्थिति | संभावित असर |
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बली मंगल | साहस, सक्रियता, निजी शक्ति, विपरीतता में जूझने की क्षमता |
निर्बल/पीड़ित मंगल | खर्च, कर्ज, अलगाव, नेत्र रोग, मानसिक तनाव |
मंत्र | Transliteration | Meaning |
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मंगल वैदिक मंत्र | Om agnimurdha divah kakutpatih prithivya ayam apam retamsi jinvati. | That fire, which crowns the heavens and is the lord of the earth enlivens the waters. |
मंगल तांत्रिक मंत्र | Om am angarakaya namah. | Salutations to Angaraka (Mars). |
मंगल बीज मंत्र | Om kram krim kroum sah bhaumaya namah. | Reverent invocation to Bhauma (Mars). |
द्वादश भाव में मंगल विपरीतताओं, खर्च, हानि और मानसिक चुनौतियों की ओर संकेत देता है, लेकिन संयम, संयंत्र और सही दिशा में प्रयत्न से मंगल व्यक्तित्व और जीवन को उजाले, साहस और स्थिरता से जोड़ सकता है। हर खर्च, हर संकट और हर द्वंद्व अपने भीतर परिष्कार की भावना, नई ऊर्जा और उज्ज्वल भविष्य का बीज संजोए होता है।
अनुभव: 15
इनसे पूछें: पारिवारिक मामले, आध्यात्मिकता और कर्म
इनके क्लाइंट: दि., उ.प्र., म.हा.
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