By पं. अमिताभ शर्मा
जानें जन्मकुंडली के 12 भावों में चंद्रमा की स्थिति से बदलते मानसिक, भावनात्मक, पारिवारिक और जीवन के विविध प्रभाव
वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा को “मन” का कारक माना गया है। इसे “सत्त्वगुणी” और स्त्रीत्व का प्रतिनिधि ग्रह माना गया है जो पोषण, स्नेह, सौंदर्य, संवेदनशीलता और भावनात्मक जुड़ाव का सूचक है। चंद्रमा स्मृति, आदतों, स्वभाव, और अंतर्ज्ञान पर प्रभाव डालता है। यह सफेद वस्तुएं, मोती, दुग्ध उत्पाद, चेहरा और स्त्रैण आकर्षण का भी प्रतिनिधित्व करता है।
चंद्रमा व्यक्ति की मनोवृत्ति का प्रतिबिंब है। यह पूर्व जन्मों की छापों को वहन करता है और इस जीवन में भावनाओं की प्रतिक्रिया को आकार देता है। यदि चंद्रमा शुभ स्थिति में हो, तो यह मानसिक शांति और संतुलन प्रदान करता है; किंतु यदि पीड़ित हो, तो यह चिंता, अस्थिरता या मानसिक विकारों का कारण बन सकता है।
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यह भाव शरीर, स्वरूप और सार्वजनिक छवि का प्रतीक होता है। यहाँ चंद्रमा व्यक्ति को सौंदर्ययुक्त चेहरा, गोल आकृति और मृदुल स्वभाव प्रदान करता है। ये जातक संवेदनशील, सहानुभूति-युक्त और दूसरों की भावनाओं को समझने वाले होते हैं। माता का प्रभाव जीवनभर गहरा बना रहता है। यदि चंद्रमा नीचस्थ हो, तो व्यक्ति अति भावुक या अतिसंवेदनशील हो सकता है।
यह भाव धन, परिवार और वाणी से जुड़ा होता है। चंद्रमा यहाँ धन और पारिवारिक परंपराओं से भावनात्मक जुड़ाव देता है। इनकी वाणी मधुर और भावनात्मक होती है। संगीत, गायन या कलात्मक अभिव्यक्ति इनकी विशेषता हो सकती है। आर्थिक उतार-चढ़ाव मनोदशा पर आधारित हो सकते हैं।
यह भाव भाई-बहन, लेखन, साहस और यात्रा से संबंधित होता है। यहाँ चंद्रमा व्यक्ति को जिज्ञासु, भावनात्मक रूप से संवादशील और रचनात्मक बनाता है। ऐसे जातक मीडिया, लेखन या कला में आगे बढ़ सकते हैं। यदि चंद्रमा पीड़ित हो, तो मानसिक बेचैनी या भाई-बहनों से मतभेद संभव है।
यह भाव चंद्रमा का स्वाभाविक स्थान है—माता, घर, भावनात्मक जड़ें और आत्मिक शांति से जुड़ा। यहाँ चंद्रमा व्यक्ति को घरेलू, परंपराप्रिय और भावनात्मक रूप से स्थिर बनाता है। ये जातक अपने घर, भूमि या मातृभूमि से विशेष जुड़ाव महसूस करते हैं। शिक्षा, संपत्ति या गृह-संबंधी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
यह भाव संतान, प्रेम, शिक्षा और कला से जुड़ा होता है। यहाँ चंद्रमा व्यक्ति को रचनात्मक, भावनात्मक रूप से बुद्धिमान और कलात्मक बना देता है। प्रेम में भावनात्मक संतुलन, शिक्षा में आनंद और बच्चों से विशेष जुड़ाव देखा जाता है। ये जातक अध्यात्म या संगीत में भी रुचि रखते हैं।
यह भाव रोग, ऋण, शत्रु और दिनचर्या से जुड़ा होता है। चंद्रमा यहाँ व्यक्ति को मानसिक संघर्षों और स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से जूझने की क्षमता देता है। जातक चिकित्सा, सेवा या परामर्श जैसे क्षेत्रों में कार्य कर सकता है। माता से तनाव या तनावजन्य रोग हो सकते हैं।
यह भाव विवाह, साझेदारी और सार्वजनिक संबंधों का सूचक है। यहाँ चंद्रमा व्यक्ति को भावनात्मक रूप से जीवनसाथी पर निर्भर बनाता है। जीवन में स्थिरता साथी की मानसिक स्थिति पर निर्भर करती है। यदि चंद्रमा पीड़ित हो, तो वैवाहिक जीवन में अस्थिरता या कानूनी विवाद संभव है।
यह भाव परिवर्तन, रहस्य, आयु और गूढ़ ज्ञान से जुड़ा होता है। चंद्रमा यहाँ व्यक्ति को गहन अंतर्ज्ञान, रहस्यमय आकर्षण और चमत्कारी अनुभव प्रदान करता है। यह जातक आध्यात्मिक साधना, उपचार या ज्योतिष में रुचि ले सकता है। विरासत या अचानक धन लाभ की संभावना रहती है। यदि चंद्रमा अशुभ हो, तो भय या मानसिक अस्थिरता देखी जा सकती है।
यह भाव धर्म, दर्शन, विदेश यात्रा और गुरु से जुड़ा होता है। यहाँ चंद्रमा व्यक्ति को आध्यात्मिक, नैतिक और विचारशील बनाता है। ये जातक संस्कृति, परंपरा और दर्शन में रुचि रखते हैं। यदि चंद्रमा पीड़ित हो, तो विचारधारा में बार-बार बदलाव या गुरु से मतभेद संभव है।
यह भाव करियर, प्रतिष्ठा और कर्म से संबंधित होता है। यहाँ चंद्रमा व्यक्ति को जनसेवा, राजनीति, मीडिया या परामर्श जैसे क्षेत्रों की ओर आकर्षित करता है। इनकी माता का करियर पर गहरा प्रभाव हो सकता है। शुभ स्थिति में यह स्थान सम्मान और लोकप्रियता देता है; परंतु पीड़ित चंद्रमा करियर में अस्थिरता ला सकता है।
यह भाव लाभ, मित्रता, आकांक्षा और वृद्धजनों से जुड़ा होता है। यहाँ चंद्रमा व्यक्ति को सामाजिक गतिविधियों, समूहों और भावनात्मक रूप से संतुष्टि देने वाले लक्ष्यों की ओर प्रेरित करता है। बड़े भाई-बहनों का प्रभाव और मित्रों से आर्थिक सहयोग देखा जा सकता है। यदि चंद्रमा अशुभ हो, तो मित्रों से असंतोष या लाभ में अस्थिरता संभव है।
यह भाव एकांत, मोक्ष, विदेशी संपर्क और आत्मिक गहराई से जुड़ा होता है। चंद्रमा यहाँ व्यक्ति को अंतर्मुखी, कलात्मक और रहस्यमय बनाता है। ये जातक एकांत में कार्य करना पसंद करते हैं और ध्यान, लेखन या उपचार में प्रवृत्त होते हैं। शुभ स्थिति में यह स्थान अद्भुत अंतर्ज्ञान देता है, परंतु अशुभ स्थिति में भ्रम, अकेलापन या आत्मविमुखता उत्पन्न कर सकता है।
चंद्रमा की जन्मकुंडली में स्थिति यह दर्शाती है कि आप भावनात्मक रूप से कैसे प्रतिक्रिया करते हैं, कैसे अनुभवों को ग्रहण करते हैं, और जीवन की घटनाओं को किस प्रकार आत्मसात करते हैं। इसके भाव, नक्षत्र, राशि और दृष्टियों के आधार पर ही इसकी वास्तविक स्थिति का सम्यक् विश्लेषण किया जा सकता है।
अनुभव: 32
इनसे पूछें: जीवन, करियर, स्वास्थ्य
इनके क्लाइंट: छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश
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