गोचर की तिथि, अवधि और महत्व
- तिथि: 26 जुलाई 2025
- स्थान: मिथुन राशि (Gemini)
- अवधि: गुरु (बृहस्पति) और शुक्र की यह युति लगभग एक माह तक प्रभावी रहेगी।
- स्थिति: गुरु जो देवताओं के गुरु माने जाते हैं, तथा शुक्र जो असुरगणों के गुरु हैं, दोनों इस समय मिथुन राशि में सम्मिलित होंगे।
गुरु की दशा: इस समय बृहस्पति अपनी अतिचारी अवस्था में है, जो 2032 तक बनी रहेगी, परंतु इस युति का प्रभाव नकारात्मक नहीं होगा, बल्कि कुछ राशियों के लिए प्रेम संबंधों में सकारात्मक बदलाव लाएगा।
प्रेम जीवन में पुनर्मिलन और नई शुरुआत के अवसर
इस अवधि में कुछ राशियों के जातकों के लिए यह समय प्रेम संबंधों को पुनर्जीवित करने, पुराने प्रेमी से फिर मिलने या हाल ही में टूट चुके संबंधों को सहारा देने का अवसर लेकर आएगा।
जो तलाकशुदा हैं, वे सोच-विचार कर पुराने रिश्तों को जारी रखने का मन बना सकते हैं।
इस संयोग का लाभ उठाने वाली मुख्य ३ राशियाँ
1. मिथुन राशि (Gemini)
- विवाह और प्रेम जीवन में अप्रत्याशित विकास होगा।
- पुराने प्रेमी से पुनर्मिलन और नई आकृष्टि संभव है।
- जो सिंगल हैं, उन्हें नया प्रेम मिल सकता है।
- खुले दिल से नए संबंधों को स्वीकारें और तैयार रहें।
2. सिंह राशि (Leo)
- जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आएँगे।
- भले ही कुछ मतभेद हों, साथ रहने की प्रबल इच्छा सब ठीक करेगी।
- टूटे हुए रिश्तों को सुधारने का समय है।
- यह संयोजन स्वस्थ और मजबूत साझेदारी की शुरुआत करेगा।
3. मीन राशि (Pisces)
- प्रेम और साझेदारी के ग्रह प्रभावी रहेंगे।
- मिथुन राशि में युति से प्रेम का सौभाग्य मिलेगा।
- पुराने प्रेम की कमी महसूस हो सकती है।
- माँ लक्ष्मी की पूजा से वैवाहिक जीवन में मधुरता बढ़ेगी।
सारणी: 26 जुलाई 2025 को मिथुन राशि में गुरु-शुक्र युति के प्रभाव
संख्या | राशि | स्वामी ग्रह | मुख्य प्रभाव | सलाह |
---|
1 | मिथुन | बुध | प्रेम पुनर्मिलन, नई शुरुआत, नए प्रेम | खुले दिल से नए संबंधों को अपनाएं |
2 | सिंह | सूर्य | टूटे रिश्तों में सुधार, साझेदारी की मजबूती | प्रयास करें, धैर्य और समझदारी से काम लें |
3 | मीन | गुरु तथा गुरु/शुक्र संयुक्त प्रभाव | प्रेम में सौभाग्य, वैवाहिक सुख | माँ लक्ष्मी की पूजा से वैवाहिक जीवन समृद्ध करें |
महत्वपूर्ण सुझाव
- यह गोचर सामान्य रूप से शुभ रहेगा, लेकिन प्रभाव व्यक्तिगत कुंडली और ग्रह स्थिति के अनुसार भिन्न हो सकते हैं।
- किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय या कार्य से पूर्व अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लें और शुभ मुहूर्त देखें।
- इस अवधि में संयमित व्यवहार, सकारात्मक सोच और कर्मठ प्रयास से शुभ परिणाम प्राप्त होंगे।
- यह समय प्रेम के पुनर्जागरण, वैवाहिक संतुलन और नए अवसरों के लिए अत्यंत अनुकूल है।
- उत्साह सहित अपना प्रयास करें और ग्रहों की दी गई शुभ छाया का भरपूर लाभ उठाएं।