By पं. अभिषेक शर्मा
दुःख, सफलता, अवसर, असली ऐतिहासिक उदाहरणों में महाभाग्य योग

अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में महाभाग्य योग है, तो हर क्षेत्र में अद्भुत सकारात्मकता आ सकती है।
यह केवल एक साधारण योग नहीं बल्कि दुर्लभ और महान प्रभाव वाला शक्तिशाली योग है जो ना केवल आर्थिक सफलता देता है बल्कि व्यक्ति की रुचियों, सोच, परिश्रम और सामाजिक प्रतिष्ठा को प्रगाढ़ बना देता है।
यह योग बताता है कि व्यक्ति को पूर्वजन्म के अच्छे कर्मों का साथ मिल रहा है और संसार में सम्मान, अवसर और समाज की सहूलियतें स्वतः आगे आती हैं।
| शर्त | पुरुष योग | महिला योग |
|---|---|---|
| राशियाँ | विषम - मेष, मिथुन, सिंह, तुला, धनु, कुम्भ | सम - वृषभ, कर्क, कन्या, वृश्चिक, मकर, मीन |
| जन्म का समय | दिन | रात |
| ग्रह बल | सूर्य, चंद्र, लग्न प्रबल, शुभ | सूर्य, चंद्र, लग्न प्रबल, शुभ |
| दोष | पाप ग्रह अशुभ या कमजोर न हों | पाप ग्रह अशुभ या कमजोर न हों |
यह योग हर किसी की कुंडली में नहीं आता।
इसको बनने के लिए खास ग्रह स्थिति के साथ सही समय, सही भाव, सही राशि का योग चाहिए।
दशा, महादशा, नवांश और नक्षत्र भी इस योग के फल देने की ताकत को बदल सकते हैं।
मिला-जुला असर तभी आता है यदि कोई ग्रह नीच, अस्त या पाप ग्रहों की दशा में चला जाए।
यह जरूरी नहीं कि हर योग दिखे-कई बार महाभाग्य योग जीवन के मध्य या अंत में ही प्रबल होता है।
| क्षेत्र | अद्भुत असर / लाभ |
|---|---|
| शिक्षा | हर परीक्षा में सफलता, नेतृत्व |
| धन-संपत्ति | बचपन से धन, मेहनत से कई गुना वृद्धि |
| परिवार/रिश्ते | सुखी परिवार, मित्रों में लोकप्रियता |
| स्वास्थ्य | कम बीमार, ऊर्जा, लंबी उम्र |
| आध्यात्मिक | संतुलन, दान, सेवा-प्रेरणा |
अगर सूर्य या चंद्र अशुभ, अस्त, नीच, या पाप ग्रहों में घिर जाएं, या दिन-रात की शर्त न पूरी हो, तो लाभ कम हो जाता है।
ऐसे में योग किसी खास दशा, उम्र या अवसर पर ही फल दे पाता है।
कभी छल, आलस्य, संकोच, गलत संगति या नकारात्मक सोच, महाभाग्य योग का असर घटा देते हैं।
रात, सम राशियाँ, शक्तिशाली लग्न, चंद्र और सूर्य। शक्ति, प्रसिद्धि, नेतृत्व और विद्वता का प्रतीक।
दिन, विषम राशियाँ, निर्णायक सोच, श्रेष्ठ अवलोकन। राजनीति और समाज को नई दिशा देने वाले।
आध्यात्मिकता, समाज के लिए जीवन। गहरी जिज्ञासा, अनोखा संतुलन और अनुसंधान।
राजनीति, प्रशासन, परिवार में विविधता और नेतृत्व। महाराष्ट्र की राजनीति का बड़ा चेहरा।
| नाम | ग्रह स्थिति | उल्लेखनीय उपलब्धि |
|---|---|---|
| इंदिरा गांधी | सम-राशियाँ | भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री |
| कार्ल मार्क्स | विषम-राशियाँ | आदर्शवादी विचारों के शिल्पकार |
| रामकृष्ण | कुंभ-तुला | प्रसिद्ध संत, अनुसंधान |
| अशोक चव्हाण | मेष-तुला | प्रशासन, राजनैतिक नेतृत्व |
जब सभी शर्तें, दिन-रात और ग्रह दशा उचित हो।
कई बार संघर्ष में भी राह मिलती है मगर मेहनत और ईमानदारी जरूरी है।
हां, ग्रह कमजोर हों तो असर घट सकता है।
रात्रिकालीन जन्म, सम-राशियों के साथ स्त्रियों के लिए यह बहुत फलदायक है।
सूर्य-चंद्र पूजन, जरूरतमंदों की सेवा, प्राणायाम, शांति रखना।
स्मरण शक्ति, स्पष्ट दृष्टि, शुभ ग्रह दशा और अनुशासन के साथ महाभाग्य योग व्यक्तिगत और सामाजिक उत्थान का वीजन देता है।
जो लगातार कर्म, सेवा, सच्चाई और सकारात्मक प्रयास करें, उनमें भविष्य का जीवन आनंद और सफलता से चमक सकता है।

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