By पं. सुव्रत शर्मा
शनि-शुक्र के शुभ संयोग से 3 राशियों की किस्मत होगी चमकीली, जानिए लाभकारी प्रभाव
26 जुलाई 2025 को शुक्र ग्रह मिथुन राशि में प्रवेश कर रहे हैं, जबकि शनि मीन राशि में गोचर कर रहे हैं। दोनों ग्रह त्रिकोणीय (120 डिग्री) संबंध में आकर बेहद दुर्लभ नवपंचम राजयोग का निर्माण करेंगे। शनि-शुक्र के मित्र भाव के कारण इस योग को अत्यंत शुभ और फलदायी माना गया है।
यह योग 30 साल में एक बार बनता है, जब शनि और शुक्र ऐसी स्थिति में आते हैं।
नवपंचम राजयोग अस्तित्व में रहते ही तीन राशियों के लिए भारी आर्थिक, व्यावसायिक और व्यक्तिगत सफलता के योग बनते हैं।
नवपंचम राजयोग तब बनता है जब दो ग्रह एक-दूसरे से पंचम या नवम, यानी त्रिकोण (120˚) के संबंध में होते हैं।
दोनों का एक ही तत्व में होना आवश्यक है - पृथ्वी, जल, वायु या अग्नि।
विद्वानों के अनुसार, ऐसे योग जब बनते हैं तो ये जातकों को भाग्यशाली बना देते हैं - धन, समृद्धि, यश, सम्मान और इच्छापूर्ति के अवसर कई गुना बढ़ जाते हैं।
एस्ट्रो-फिजिक्स के अनुसार, शनि दीर्घकालिक स्थिरता, अनुशासन और समर्पण के ग्रह हैं जबकि शुक्र भौतिक सुख, विलास और आर्थिक समृद्धि के कारक माने जाते हैं।
इन दोनों ग्रहों की मित्रता जब त्रिकोण में बनती है, तो यह योग दीर्घकालिक आर्थिक सुरक्षा, नए संबंध और सफलता का मिश्रण लाता है।
26 जुलाई 2025 से लेकर पूरे अगस्त और सितंबर तक इस योग के मुख्य प्रभाव देखे जा सकते हैं।
आपको अचानक बड़े प्रस्ताव, रुके हुए कार्य पूरे होने, संपत्ति, वैवाहिक और पारिवारिक मामलों में संतुलन व खुशियाँ मिल सकती हैं।
यह योग सभी राशियों पर कहीं-ना-कहीं शुभ असर डालेगा, लेकिन वृषभ, कुंभ और मिथुन वालों को इसका सर्वाधिक और त्वरित लाभ मिलेगा।
शुभ अनुष्ठान, दान-पुण्य तथा कर्मशीलता को न भूले - यही ज्योतिषीय योग को वास्तविक फलक्षमता देते हैं।
अनुभव: 27
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