By पं. अमिताभ शर्मा
3 अक्टूबर 2025 को दिवाली से पहले शनि के गोचर का सभी राशियों पर असर, वृषभ, मिथुन, मकर को लाभ
वैदिक ज्योतिष में शनि देव को ‘न्याय के देवता’ एवं ‘कर्मफल दाता’ के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है। शनि की विशिष्टता उनकी अति धीमी चाल और दूरदर्शिता में है। उनकी दृष्टि अत्यंत सूक्ष्म और समान व्यवहार करने वाली है-चाहे राजा हो या रंक, शनि केवल पुण्य-पाप, श्रम और नैतिकता देखता है। मान्यता है कि अगर शनि प्रसन्न हों तो साधारण व्यक्ति भी अपार संपत्ति, यश एवं पद पा सकता है; परंतु उनकी नाराजगी से अत्यंत समृद्धि भी एक झटके में छिन सकती है। यही कारण है कि शनि दशा, साढ़ेसाती, महादशा और विशेष रूप से गोचर काल प्रत्येक इंसान के जीवन में परिवर्तन का कारण बनते हैं।
इस वर्ष 3 अक्टूबर को, जब पूरा देश दिवाली की तैयारियों में व्यस्त रहेगा, उसी समय शनि के गोचर (transit) की प्रधानता सभी 12 राशियों के जीवन में बदलाव लेकर आएगी। ऋषि-मुनियों और अनुभवी ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, वर्तमान गोचर खास तौर पर वृषभ, मिथुन और मकर राशियों के लिए उल्लेखनीय लाभ, उन्नति और समृद्धि के द्वार खोल सकता है। यह बदलाव जिनकी कुंडली में शनि मजबूत अथवा योगकारक है, उनके लिए चमत्कारी सिद्ध हो सकता है। इसके अतिरिक्त शिक्षा, निवेश, स्वास्थ्य व सामाजिक प्रतिष्ठा जैसे पहलुओं पर भी व्यापक असर देखने को मिलेगा।
इस गोचर के दौरान, वृषभ राशि के लोगों के अनेक सालों से रुके कार्य तेज़ी से पूरे होंगे। पुराने विवाद हल हो सकते हैं, कोई मुकदमा या वाद विवाद आपके पक्ष में आ सकता है। व्यापार में नये सौदे, साझेदारी या कार्य-विस्तार के योग हैं। छात्र वर्ग के लिए प्रतियोगी परीक्षाएं सफल होंगी। जो बकाया व्यय था, वह वापस मिलने के संकेत हैं; नई प्रॉपर्टी, वाहन अथवा जायदाद खरीद सकते हैं। घर में शांति, संतोष एवं जीवन साथी के साथ मधुरता बढ़ेगी। निवेश के लिए यह काल शुभ रहेगा और भविष्य के लिए नया आधार बनेगा।
मिथुन राशि के जातकों को शनि का यह गोचर अत्यधिक सौभाग्यशाली बना सकता है। जहां अब तक निराशा और संघर्ष था, अब वहां उम्मीद और खुशी के दरवाजे खुलेंगे। कार्यस्थल में उच्च पद, वेतन वृद्धि, प्रचार या मनचाही जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा, स्वरोजगार की राह बनेगी। विद्यार्थियों की शिक्षा में प्रगति और विदेश यात्रा के योग भी बन सकते हैं। पुराने मित्र, परिवार या दूर के संबंधों से संबंध मजबूत होंगे, कुल मिलाकर सामाजिक स्थिति और मान-सम्मान में वृद्धि होगी।
मकर राशि वालों के लिए शनि की विशेष छाया रहेगी। वर्षों की आर्थिक दिक्कतें एक झटके में दूर हो सकती हैं-जमापूंजी में वृद्धि, व्यवसायियों के लिए मुनाफा, नौकरी वालों को प्रमोशन। पारिवारिक बंधन मजबूत होंगे, संपत्ति, नया घर, भूमि क्रय करने के योग हैं। स्वास्थ्य में राहत, लंबे समय की बीमारियों में सुधार और मानसिक शांति मिलेगी। घरेलू विवाद कम होंगे, जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा और संतुलन बना रहेगा।
यूँ तो शनि का प्रभाव प्रत्येक राशि, घर और चंद्रमा की स्थिति के अनुसार सभी पर पड़ता है, किन्तु वृषभ, मिथुन और मकर के लिए यह सबसे प्रबल रहेगा। बाकी राशियों को भी सौम्य या मध्यम प्रभाव मिल सकता है: शिक्षा, स्वास्थ्य, करियर, विवाह, साझेदारी इत्यादि में छोटे-बड़े बदलाव नजर आएँगे। शनि की ऊर्जा पर नजर, सकारात्मक सोच और परिश्रम ही आगे उन्नति के रास्ते खोलेंगे।
1. क्या शनि का गोचर संपूर्ण जीवन बदल सकता है?
शनि का असर धीमा पर अडिग होता है; लगातार मेहनत करने वालों को अप्रत्याशित लाभ मिल सकता है।
2. वृषभ, मिथुन और मकर के अलावा अन्य राशियों का अनुभव कैसा रहेगा?
सभी राशियों के लिए परिवर्तन संभव हैं, परंतु उपरोक्त तीन के लिए ज्यादा उज्जवल दिखाई देंगे।
3. दीवाली के समय निवेश के क्या संकेत हैं?
सही दिशा और समर्पण से, ये निवेश दीर्घकालिक लाभ देंगे-विशेषतः वृषभ, मिथुन और मकर के लिए।
4. क्या शनि को प्रसन्न करने के उपाय लंबी दृष्टि से असरकारक हैं?
हां, क्योंकि शनि निरीक्षण व विवेक से चलता है-शुद्ध कर्म और दान-पुण्य शनि को बल देते हैं।
5. इस अवधि में विद्यार्थियों/युवाओं के लिए क्या संभावनाएं हैं?
विदेश यात्रा, प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता, करियर के नए आयाम खुल सकते हैं-जो कर्म में लगे, उन्हें निश्चित लाभ।
अनुभव: 32
इनसे पूछें: जीवन, करियर, स्वास्थ्य
इनके क्लाइंट: छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश
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