13 जुलाई 2025 को कर्मफलदाता और न्याय के स्वामी शनि मीन राशि में वक्री होंगे, जिसके चलते महा विपरीत राजयोग का निर्माण होगा। यह युति लगभग 50 वर्षों में एक बार ही बनती है, और इस बार इसके प्रभाव से तीन विशेष राशियों की किस्मत अचानक बदल सकती है। इस राजयोग का समय आर्थिक, व्यक्तिगत और सामाजिक विकास के अद्भुत अवसर लाता है।
विपरीत राजयोग: वास्तिवक ज्योतिषीय आधार क्या है?
विपरीत राजयोग कब और कैसे बनता है
- वैदिक ज्योतिष में विपरीत राजयोग तब बनता है जब कुण्डली के छठे (षष्ठ), आठवें (अष्टम) और बारहवें (द्वादश) भावों के स्वामी ग्रह एक-दूसरे के भावों में या एक साथ आकर योग का निर्माण करें।
- इन त्रिक भावों को सामान्यत: अशुभ माना गया है, लेकिन जब इनके स्वामी ग्रह एक विशिष्ट संयोग में मिलते हैं, तो व्यक्ति को अचानक धन, वाहन, संपत्ति और बड़ी उपलब्धियाँ मिलती हैं।
- विपरीत राजयोग जीवन में कठिन परिस्थितियों को अवसर में बदलने की अद्वितीय क्षमता देता है।
इन 3 राशियों की चमक उठेगी किस्मत: कौन होंगी सबसे भाग्यशाली राशियाँ?
मिथुन राशि
- व्यापार में तरक्की, नई साझेदारी और अचानक मुनाफा मिलने के योग।
- नौकरीपेशा लोगों को वेतन वृद्धि और प्रमोशन का लाभ।
- आर्थिक स्थिति में मजबूती, आत्मविश्वास में वृद्धि।
- मनचाही इच्छाएं पूरी होने के संकेत।
- पार्टनरशिप बिजनेस और डील्स से लाभ की संभावना।
कर्क राशि
- जीवन में अचानक धन लाभ, आर्थिक स्थिरता का योग।
- रिश्तों में सामंजस्य और सुधार।
- पार्टनरशिप में किए गए कारोबार से लाभ।
- कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारियाँ और प्रमोशन संभव।
- समय-समय पर आर्थिक फायदा मिलने की संभावना।
मकर राशि
- बेरोजगारों को नौकरी के अच्छे प्रस्ताव मिलने का समय।
- सामाजिक प्रतिष्ठा और मान-सम्मान में वृद्धि।
- करियर में नई ऊँचाइयाँ और उपलब्धियाँ।
- व्यापार के विस्तार और मुनाफा कमाने के लिए अनुकूल समय।
- विद्यार्थियों को शिक्षा में सफलता, व्यक्तित्व में निखार।
महा विपरीत राजयोग के दौरान क्या करें अधिकतम लाभ के लिए
- सकारात्मक सोच और सतत प्रयत्न बनाए रखें।
- धार्मिक कार्य, दान-पुण्य और कर्मशीलता को प्राथमिकता दें।
- जिन्हें नौकरी या व्यापार में अड़चनें आ रही थीं, वे नए प्रयास जरूर करें।
- किसी भी समस्या को चुनौती ना मानें, बल्कि अवसर मानकर आगे बढ़ें।
विशेष ध्यान देने योग्य बातें
- महा विपरीत राजयोग सालों बाद बन रहा है और इसका प्रभाव लंबे समय तक रह सकता है।
- मिथुन, कर्क, और मकर राशि वाले जातकों के लिए यह समय अभूतपूर्व सफलता और तरक्की का संकेत है।
- बड़ों का आशीर्वाद और श्रम, दोनों इस योग में, व्यक्ति के लिए दरवाजे खोल सकते हैं।
अपने जीवन में यह दुर्लभ योग पूरी तन्मयता और मेहनत के साथ अपनाएं, क्योंकि ऐसा संयोग कई वर्षों में एक बार मिलता है और यही समय निजी, व्यावसायिक और आर्थिक उन्नति का सबसे श्रेष्ठ अवसर बन सकता है।