By पं. सुव्रत शर्मा
परिवर्तन, खोज और आत्म-शुद्धि का प्रतीक नक्षत्र, जो रुद्र और राहु की ऊर्जा से प्रभावित होता है
आर्द्रा नक्षत्र वैदिक ज्योतिष के 27 नक्षत्रों में छठा स्थान रखता है। यह मिथुन राशि के 6°40' से 20°00' तक फैला है और इसका स्वामी ग्रह राहु है। आर्द्रा का अर्थ है "नम" या "अश्रु"-इसका प्रतीक है आँसू या चमकता हीरा। इस नक्षत्र के अधिपति भगवान शिव के रुद्र रूप हैं, जो विनाश, परिवर्तन और शुद्धिकरण के देवता हैं। आर्द्रा नक्षत्र का संबंध वर्षा के आरंभ, परिवर्तन और आंतरिक जागरण से भी है।
तत्व | विवरण |
---|---|
नक्षत्र क्रम | 6 (छठा) |
राशि सीमा | मिथुन 6°40' - 20°00' |
स्वामी ग्रह | राहु |
अधिदेवता | रुद्र (शिव का उग्र रूप) |
प्रतीक | आँसू, चमकता हीरा, पसीने की बूँद |
तत्व | जल |
शुभ अक्षर | कु, घ, ङ, छ |
वृक्ष | फालसा |
गण | मानव |
लिंग | स्त्री |
आर्द्रा नक्षत्र का संबंध भगवान शिव के रुद्र रूप से है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, रुद्र का प्रचंड तांडव, सृष्टि के विनाश और पुनर्निर्माण का प्रतीक है। आँसू का प्रतीक शुद्धिकरण, गहन भावनाओं और परिवर्तन की ओर इशारा करता है। राहु का प्रभाव जातक को रहस्य, गहराई और असामान्यता की ओर ले जाता है।
पाद | डिग्री सीमा | नवांश राशि | स्वामी ग्रह | मुख्य गुण/प्रवृत्ति |
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पहला | 6°40' - 10°00' | धनु | बृहस्पति | मददगार, खोजी, भौतिक सुखों की चाह |
दूसरा | 10°00' - 13°20' | मकर | शनि | न्यायप्रिय, व्यवहार कुशल, भौतिकवादी |
तीसरा | 13°20' - 16°40' | कुंभ | शनि | रचनात्मक, वैज्ञानिक, अनुकूलनशील |
चौथा | 16°40' - 20°00' | मीन | बृहस्पति | संवेदनशील, दयालु, गुस्सैल |
क्षेत्र | अनुकूलता | कारण |
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विज्ञान, तकनीक, शोध | ★★★★★ | विश्लेषण, खोज, अन्वेषण |
मीडिया, पत्रकारिता | ★★★★☆ | संवाद, रचनात्मकता |
मनोविज्ञान, चिकित्सा | ★★★★☆ | संवेदनशीलता, विश्लेषण क्षमता |
राजनीति, कूटनीति | ★★★★☆ | तेज बुद्धि, रणनीति, नेतृत्व |
कला, लेखन, फिल्म | ★★★★☆ | रचनात्मकता, संचार कौशल |
विषय | विवरण |
---|---|
नक्षत्र क्रम | 6 (छठा) |
राशि सीमा | मिथुन 6°40' - 20°00' |
स्वामी ग्रह | राहु |
अधिदेवता | रुद्र (शिव) |
प्रतीक | आँसू, चमकता हीरा |
प्रमुख गुण | जिज्ञासा, परिवर्तन, विश्लेषण, संवेदनशीलता |
करियर | विज्ञान, मीडिया, राजनीति, शोध |
स्वास्थ्य | गला, फेफड़े, तंत्रिका तंत्र |
जीवनशैली | बदलाव, अनुकूलन, स्वतंत्रता |
आर्द्रा नक्षत्र का जातक जीवन में परिवर्तन, खोज और गहराई का प्रतीक है। राहु और रुद्र के प्रभाव से इनमें साहस, जिज्ञासा, विश्लेषण और आत्म-परिवर्तन की अद्भुत क्षमता होती है। ये जातक जहाँ एक ओर समाज में नवाचार लाते हैं, वहीं भावनात्मक गहराई और संवेदनशीलता से जीवन को अर्थपूर्ण बनाते हैं। आर्द्रा नक्षत्र: आँसुओं की नमी से जीवन के नवपल्लव तक-परिवर्तन, खोज और आत्म-शुद्धि का वैदिक दीप।
अनुभव: 27
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