By पं. अमिताभ शर्मा
जानिए 9 जुलाई 2025 को मिथुन में गुरु बृहस्पति के उदय से मेष, कन्या और मकर राशि को क्यों रहना चाहिए सतर्क
9 जुलाई 2025 का दिन वैदिक ज्योतिष के अनुसार अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। इस दिन संतान, विवाह और ज्ञान के कारक देव गुरु बृहस्पति मिथुन राशि में उदित होंगे। गुरु का उदय उनकी ऊर्जा और प्रभाव को और अधिक प्रबल कर देता है। गुरु बृहस्पति को वैदिक परंपरा में ज्ञान, धर्म और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। उनके गोचर का प्रभाव न केवल व्यक्तिगत जीवन पर बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय स्तर पर भी देखा जाता है। इस वर्ष गुरु उदय के समय कुछ राशियों के लिए सावधानी आवश्यक है क्योंकि उनके जीवन में चुनौतियां बढ़ सकती हैं। आइए विस्तार से जानते हैं मेष, कन्या और मकर राशि पर गुरु उदय का प्रभाव।
मेष राशि के जातकों के लिए यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। कार्यक्षेत्र में समस्याएं बढ़ सकती हैं और भावनात्मक रूप से अकेलापन महसूस हो सकता है। इस समय किसी भी काम को अत्यंत सावधानी से करना होगा। नए रिश्तों में जल्दबाजी से बचना चाहिए क्योंकि यह उलझनों का कारण बन सकता है। स्वास्थ्य के प्रति विशेष ध्यान दें, खासकर पेट से जुड़ी परेशानियों से सतर्क रहें। सरकारी या कानूनी मामलों में सावधानी बरतना आवश्यक होगा क्योंकि कोर्ट से जुड़ी परेशानियां आ सकती हैं। शत्रु या प्रतिस्पर्धी सक्रिय हो सकते हैं लेकिन अपनी सूझ-बूझ से आप उन्हें परास्त कर पाएंगे।
कन्या राशि के जातकों को इस समय निवेश करने से बचना चाहिए क्योंकि आर्थिक अस्थिरता की संभावना है। स्वास्थ्य में मामूली उतार-चढ़ाव हो सकते हैं, विशेषकर जोड़ों और त्वचा से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। भाग्य के भरोसे काम न करें बल्कि व्यावहारिक और सतर्क दृष्टिकोण अपनाएं। अत्यधिक खर्च से वित्तीय संतुलन बिगड़ सकता है। मित्रता में दरार आ सकती है जिससे मानसिक तनाव बढ़ेगा। जोखिम भरे निवेश से पूरी तरह बचें। आत्मविश्वास में कमी के कारण लोगों की बात बुरी लग सकती है। सफलता के लिए अभी और मेहनत करनी होगी, जल्दबाजी से बचें।
मकर राशि के जातकों को यात्रा करने से बचना चाहिए क्योंकि जीवन में कुछ महत्वपूर्ण फैसले लेने पड़ सकते हैं। प्रेम संबंधों में सम्मान और निजता का विशेष ध्यान रखें अन्यथा रिश्ते में दरार आ सकती है। करियर और कारोबार में मंदी का सामना हो सकता है लेकिन धैर्य बनाए रखें। धीमी गति से ही सही, प्रगति होती रहेगी। कार्यक्षेत्र में विरोधियों से सावधान रहें और अनावश्यक विवादों से बचें। अचानक बदलाव या असहज परिस्थितियां सामने आ सकती हैं। मान-सम्मान में कमी आ सकती है जिससे मानसिक तनाव बढ़ेगा और काम प्रभावित होगा।
गुरु उदय 2025 हमें यह सिखाता है कि जीवन में हर परिवर्तन के साथ धैर्य और समझदारी जरूरी होती है। कुछ राशियों के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है लेकिन सही दिशा में प्रयास और सतर्कता से हर बाधा को पार किया जा सकता है। गुरु बृहस्पति की ऊर्जा हमें ज्ञान और विवेक की ओर ले जाती है। जब हम अपने कर्मों में संतुलन बनाए रखते हैं और अपने रिश्तों को समझदारी से निभाते हैं तो जीवन में स्थिरता और सफलता अपने आप आती है। यह समय अपने अंदर की शक्ति को पहचानने और उसे सही दिशा देने का है। इस गुरु उदय के अवसर पर अपनी सोच को सकारात्मक रखें और अपने कार्यों में ईमानदारी और मेहनत से आगे बढ़ें। आपकी मेहनत और गुरु की कृपा से हर कठिनाई आसान हो जाएगी और जीवन में नई उमंग और ऊर्जा का संचार होगा।
अनुभव: 32
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इनके क्लाइंट: छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश
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