By पं. अमिताभ शर्मा
शुभ तिथियों, नक्षत्रों और परंपराओं के साथ संपूर्ण विवाह मार्गदर्शिका
वर्ष 2025 में विवाह के शुभ मुहूर्त का चयन करना हर परिवार के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण निर्णय होता है। भारतीय संस्कृति और वैदिक ज्योतिष के अनुसार, सही मुहूर्त में विवाह से पति-पत्नी के रिश्ते में प्रेम, विश्वास और समृद्धि आती है। इस लेख में हम आपको पूरे साल के प्रमुख विवाह मुहूर्त, उनकी ज्योतिषीय और सांस्कृतिक महत्व के साथ विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं।
माह | तारीख | मुहूर्त का समय | नक्षत्र | तिथि |
---|---|---|---|---|
जनवरी | 16/01/2025 | 04:06 AM - 07:15 AM (17 जनवरी तक) | मघा | चतुर्थी |
जनवरी | 17/01/2025 | 07:15 AM - 12:45 PM | मघा | चतुर्थी |
जनवरी | 18/01/2025 | 02:51 PM - 01:16 AM (19 जनवरी तक) | उत्तराफाल्गुनी | पंचमी |
जनवरी | 19/01/2025 | 01:58 AM - 07:14 AM (20 जनवरी तक) | हस्त | षष्ठी |
जनवरी | 20/01/2025 | 07:14 AM - 09:58 AM | हस्त | षष्ठी |
जनवरी | 21/01/2025 | 11:36 PM - 03:50 AM (22 जनवरी तक) | स्वाती | अष्टमी |
जनवरी | 23/01/2025 | 05:08 AM - 06:36 AM (24 जनवरी तक) | अनुराधा | दशमी |
जनवरी | 24/01/2025 | 07:25 PM - 07:07 AM (25 जनवरी तक) | अनुराधा | एकादशी |
जनवरी | 26/01/2025 | 03:34 AM - 07:12 AM (27 जनवरी तक) | मूल | त्रयोदशी |
जनवरी | 27/01/2025 | 07:12 AM - 09:02 AM | मूल | त्रयोदशी |
फरवरी | 02/02/2025 | 09:14 AM - 07:08 AM (03 फरवरी तक) | उत्तर भाद्रपद, रेवती | पंचमी |
फरवरी | 03/02/2025 | 07:08 AM - 05:40 PM | रेवती | षष्ठी |
फरवरी | 06/02/2025 | 07:29 PM - 07:06 AM (07 फरवरी तक) | रोहिणी | नवमी, दशमी |
फरवरी | 07/02/2025 | 07:06 AM - 04:17 PM | रोहिणी | दशमी |
फरवरी | 12/02/2025 | 01:58 AM - 07:01 AM (13 फरवरी तक) | मघा | प्रतिपदा |
फरवरी | 13/02/2025 | 07:01 AM - 07:31 AM | मघा | प्रतिपदा |
फरवरी | 14/02/2025 | 11:09 PM - 06:59 AM (15 फरवरी तक) | उत्तराफाल्गुनी | तृतीया |
फरवरी | 15/02/2025 | 06:59 AM - 10:48 AM | उत्तराफाल्गुनी | तृतीया |
फरवरी | 16/02/2025 | 06:59 AM - 08:06 AM | हस्त | चतुर्थी |
फरवरी | 18/02/2025 | 09:52 AM - 06:56 AM (19 फरवरी तक) | स्वाती | षष्ठी |
फरवरी | 19/02/2025 | 06:56 AM - 07:32 AM | स्वाती | सप्तमी, षष्ठी |
फरवरी | 21/02/2025 | 11:59 AM - 03:54 PM | अनुराधा | नवमी |
फरवरी | 23/02/2025 | 01:55 PM - 06:43 PM | मूल | एकादशी |
फरवरी | 25/02/2025 | 08:15 AM - 06:31 PM | उत्तराषाढ़ा | द्वादशी, त्रयोदशी |
मार्च | 01/03/2025 | 11:22 AM - 06:45 AM (02 मार्च तक) | उत्तर भाद्रपद | द्वितीया, तृतीया |
मार्च | 02/03/2025 | 06:45 AM - 01:14 AM (03 मार्च तक) | उत्तर भाद्रपद, रेवती | तृतीया, चतुर्थी |
मार्च | 06/03/2025 | 10:01 PM - 06:40 AM (07 मार्च तक) | रोहिणी, मृगशिरा | अष्टमी |
मार्च | 07/03/2025 | 06:40 AM - 11:32 PM | मृगशिरा | अष्टमी, नवमी |
मार्च | 12/03/2025 | 08:43 AM - 04:05 AM (13 मार्च तक) | मघा | चतुर्दशी |
अप्रैल | 14/04/2025 | 10:39 PM - 12:13 AM (15 अप्रैल तक) | स्वाती | द्वितीया |
अप्रैल | 16/04/2025 | 12:19 AM - 05:54 AM (17 अप्रैल तक) | अनुराधा | चतुर्थी |
अप्रैल | 18/04/2025 | 01:04 AM - 05:51 AM (19 अप्रैल तक) | मूल | षष्ठी |
अप्रैल | 19/04/2025 | 05:51 AM - 10:21 AM | मूल | षष्ठी |
अप्रैल | 20/04/2025 | 11:48 AM - 05:49 AM (21 अप्रैल तक) | उत्तराषाढ़ा | सप्तमी, अष्टमी |
अप्रैल | 21/04/2025 | 05:49 AM - 12:37 PM | उत्तराषाढ़ा | अष्टमी |
अप्रैल | 25/04/2025 | 08:53 AM - 12:31 PM | उत्तर भाद्रपद | द्वादशी |
अप्रैल | 29/04/2025 | 06:47 PM - 05:41 AM (30 अप्रैल तक) | रोहिणी | तृतीया |
अप्रैल | 30/04/2025 | 05:41 AM - 12:02 PM | रोहिणी | तृतीया |
मई | 01/05/2025 | 11:23 AM - 02:21 PM | मृगशिरा | पंचमी |
मई | 05/05/2025 | 08:29 PM - 05:36 AM (06 मई तक) | मघा | नवमी |
मई | 06/05/2025 | 05:36 AM - 03:52 PM | मघा | नवमी, दशमी |
मई | 08/05/2025 | 12:29 PM - 01:57 AM (09 मई तक) | उत्तराफाल्गुनी, हस्त | द्वादशी |
मई | 10/05/2025 | 03:15 AM - 04:01 AM (11 मई तक) | स्वाती, चित्रा | चतुर्दशी |
मई | 14/05/2025 | 06:34 AM - 11:47 AM | अनुराधा | द्वितीया |
मई | 15/05/2025 | 04:02 AM - 05:30 AM (16 मई तक) | मूल | चतुर्थी |
मई | 16/05/2025 | 05:30 AM - 04:07 PM | मूल | चतुर्थी |
मई | 17/05/2025 | 05:44 PM - 05:29 AM (18 मई तक) | उत्तराषाढ़ा | पंचमी |
मई | 18/05/2025 | 05:29 AM - 06:52 PM | उत्तराषाढ़ा | षष्ठी |
मई | 22/05/2025 | 01:12 AM - 05:26 AM (23 मई तक) | उत्तर भाद्रपद | एकादशी |
मई | 23/05/2025 | 05:26 AM - 05:26 AM (24 मई तक) | उत्तर भाद्रपद, रेवती | एकादशी, द्वादशी |
मई | 24/05/2025 | 05:26 AM - 08:22 AM | रेवती | द्वादशी |
मई | 27/05/2025 | 06:45 PM - 02:50 AM (28 मई तक) | रोहिणी | प्रतिपदा |
मई | 28/05/2025 | 05:25 AM - 07:09 PM | मृगशिरा | द्वितीया |
जून | 02/06/2025 | 08:21 AM - 08:34 PM | मघा | सप्तमी |
जून | 04/06/2025 | 08:29 AM - 05:23 AM (05 जून तक) | उत्तराफाल्गुनी, हस्त | नवमी, दशमी |
जून | 05/06/2025 | 05:23 AM - 09:14 AM | हस्त | दशमी |
जून | 07/06/2025 | 09:40 AM - 11:18 AM | स्वाती | द्वादशी |
जून | 08/06/2025 | 12:18 PM - 12:42 PM | विशाखा, स्वाती | त्रयोदशी |
नवंबर | 02/11/2025 | 11:11 PM - 06:34 AM (03 नवंबर तक) | उत्तर भाद्रपद | द्वादशी, त्रयोदशी |
नवंबर | 03/11/2025 | 06:34 AM - 07:40 PM | उत्तर भाद्रपद, रेवती | त्रयोदशी |
नवंबर | 06/11/2025 | 03:28 AM - 06:37 AM (07 नवंबर तक) | रोहिणी | द्वितीया |
नवंबर | 08/11/2025 | 07:32 AM - 10:02 PM | मृगशिरा | चतुर्थी |
नवंबर | 12/11/2025 | 12:51 AM - 06:42 AM (13 नवंबर तक) | मघा | नवमी |
नवंबर | 13/11/2025 | 06:42 AM - 07:38 PM | मघा | नवमी |
नवंबर | 16/11/2025 | 06:47 AM - 02:11 AM (17 नवंबर तक) | हस्त | द्वादशी |
नवंबर | 17/11/2025 | 05:01 AM - 06:46 AM (18 नवंबर तक) | स्वाती | त्रयोदशी |
नवंबर | 18/11/2025 | 06:46 AM - 07:12 AM | स्वाती | चतुर्दशी, त्रयोदशी |
नवंबर | 21/11/2025 | 10:44 AM - 01:56 PM | अनुराधा | प्रतिपदा |
नवंबर | 22/11/2025 | 11:27 PM - 06:50 AM (23 नवंबर तक) | मूल | तृतीया |
नवंबर | 23/11/2025 | 06:50 AM - 12:09 PM | मूल | तृतीया |
नवंबर | 25/11/2025 | 12:50 PM - 11:57 PM | उत्तराषाढ़ा | पंचमी, षष्ठी |
नवंबर | 30/11/2025 | 07:12 AM - 06:56 AM (01 दिसम्बर तक) | उत्तर भाद्रपद, रेवती | दशमी, एकादशी |
दिसंबर | 04/12/2025 | 06:40 PM - 06:59 AM (05 दिसम्बर तक) | रोहिणी | पूर्णिमा, प्रतिपदा |
दिसंबर | 05/12/2025 | 06:59 AM - 07:00 AM (06 दिसम्बर तक) | रोहिणी, मृगशिरा | प्रतिपदा, द्वितीया |
दिसंबर | 06/12/2025 | 07:00 AM - 08:48 AM | मृगशिरा | द्वितीया |
नोट: ऊपर दी गई तालिका केवल प्रमुख तिथियां और संक्षिप्त विवरण दिखाता है, पूरी सूची लेख में नीचे दी गई है। हर मुहूर्त की अवधि, नक्षत्र और तिथि को ध्यानपूर्वक देख लें।
भारतीय संस्कृति में विवाह केवल एक सामाजिक या कानूनी बंधन नहीं, बल्कि जीवन का पवित्र संस्कार माना जाता है। हिंदू धर्म के सोलह संस्कारों में विवाह एक महत्वपूर्ण कड़ी है जो केवल दो व्यक्तियों को ही नहीं, दो परिवारों को भी जोड़ता है। यही कारण है कि विवाह की तारीख तय करने से पहले उचित मुहूर्त, नक्षत्र, तिथि, और ज्योतिषीय परिष्करण अनिवार्य समझा जाता है। प्रत्येक शुभ कार्य के लिए मुहूर्त की आवश्यकता होती है, किंतु विवाह जैसे दीर्घकालिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक बंधन के लिए यह और भी आवश्यक हो जाता है।
कुछ लग्न, जैसे बधिर, अंध, पंगु, कुबड़ा आदि शुभ नहीं माने जाते और इनमे विवाह होने पर दाम्पत्य जीवन में बाधाएं आ सकती हैं। विवाह के लिए तुला, मिथुन, कन्या, वृषभ, धनु आदि लग्न उत्कृष्ट माने जाते हैं।
नक्षत्र | स्वामी ग्रह | शुभ डिग्री | वैवाहिक योग की विशेषता |
---|---|---|---|
अश्विनी | केतु | 0° - 13°20′ | आरंभ, स्वयं, सुख |
मृगशिरा | मंगल | 23°20′ वृष-06°40′ मिथुन | मृदु स्वभाव, सफलता |
रोहिणी | चन्द्र | 10° - 23°20′ वृष | आकर्षण, सौंदर्य |
मघा | केतु | 0° - 13°20′ सिंह | कुल-गौरव, पितृपूजा |
हस्त | चन्द्र | 10° - 23°20′ कन्या | संतुलन, शुद्धता |
स्वाती | राहु | 6°40′ - 20° तुला | अनुकूल परिस्थिति |
अनुराधा | शनि | 3°20′ - 16°40′ वृश्चिक | प्रेम, मित्रता |
मूल | केतु | 0° - 13°20′ धनु | परिवर्तन, सहजता |
रेवती | बुध | 16°40′ - 30° मीन | हार्मनी, कल्याण |
उत्तराफाल्गुनी | सूर्य | 26°40′ सिंह - 10° कन्या | सौभाग्य, सम्मान |
उत्तराषाढा | सूर्य | 26°40′ धनु - 10° मकर | स्थायित्व, दृढ़ता |
उत्तराभाद्रपद | शनि | 3°20′ - 16°40′ मीन | दृढ़ संबंध, अच्छी संतान |
प्रतिबंधित (अशुभ) नक्षत्र: पुनर्वसु, अश्लेषा, विशाखा, पुष्य, शतभिषा, भरणी आदि विवाह के लिए त्याज्य माने जाते हैं।
हजारों वर्षों की सनातन परंपरा और गहन वैदिक ज्ञान के साथ, विवाह का मुहूर्त केवल एक ‘तारीख’ भर नहीं, बल्कि दांपत्य यात्रा की बुनियाद है। जब कन्या के घर के आंगन में मांगलिक गीत गूंजते हैं और वर के परिवार में उत्सव की तैयारियां होती हैं, तो हर किसी की नजर एक शुभ मुहूर्त पर टिकी होती है… विश्वास है, शुभ घड़ी में बंधा यह संबंध हर मुश्किल को सहजता, समझ और प्रेम से पार कर लेगा। सुखद जीवन की नींव ही सही समय और शुद्ध भावना के मेल में छुपी है।
2025 में विवाह मुहूर्त निर्धारित करते समय वैदिक ज्योतिष के नियमों का पालन अवश्य करें - शुभ नक्षत्र, तिथि, लग्न, परिवार और दोनों की कुंडली की विशेषता (गुण मिलान) अनिवार्य है। अनुशासन, श्रद्धा और गहरी समझ विवाह को मात्र गृहस्थ धर्म ही नहीं, बल्कि जीवन की सबसे सुंदर यात्रा में बदल देती है।
2025 के विवाह मुहूर्त से संबंधित कोई जिज्ञासा हो, तो योग्य पंडित/ज्योतिषाचार्य से परामर्श ज़रूर करें।
अनुभव: 32
इनसे पूछें: जीवन, करियर, स्वास्थ्य
इनके क्लाइंट: छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश
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