By पं. अमिताभ शर्मा
ज्योतिष में चंद्र राशि और सूर्य राशि के बीच अंतर जानें और क्यों वैदिक ज्योतिष में चंद्र राशि को अधिक व्यक्तिगत और सटीक माना जाता हैर।
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की स्थिति और उनकी भूमिका जीवन के प्रत्येक पहलू को प्रभावित करती है। लेकिन जब बात व्यक्ति की मूल प्रकृति और भविष्यफल की होती है, तो चंद्र राशि और सूर्य राशि के बीच अंतर जानना अत्यंत आवश्यक हो जाता है।
चंद्र राशि हमारे मन, भावनाओं और मानसिक प्रवृत्तियों का प्रतिनिधित्व करती है, जबकि सूर्य राशि आत्मा, पहचान और जीवन के उद्देश्य से जुड़ी होती है। हिंदू और पाश्चात्य ज्योतिष में इन दोनों राशियों का उपयोग अलग-अलग दृष्टिकोण से होता है, जो जीवन के रहस्यों को समझने में सहायक बनता है।
पहलू | सूर्य राशि | चंद्र राशि |
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परिभाषा | आपकी मूल पहचान और जीवन के उद्देश्य का प्रतिनिधित्व करती है। | आपकी भावनाओं और अवचेतन मन को दर्शाती है। |
केंद्र | बाहरी व्यक्तित्व, आत्मविश्वास और जीवन के लक्ष्यों पर ध्यान देती है। | आंतरिक भावनाओं, मानसिक प्रवृत्तियों और भावनात्मक ज़रूरतों पर केंद्रित होती है। |
गणना | केवल जन्म तिथि के आधार पर निर्धारित होती है। | जन्म की तिथि, समय और स्थान तीनों के आधार पर तय होती है। |
लक्षण | यह बताता है कि आप दूसरों के सामने खुद को कैसे प्रस्तुत करते हैं। | यह दर्शाता है कि आप भीतर से कैसा महसूस करते हैं और कैसे प्रतिक्रिया देते हैं। |
प्रभाव | आत्मविश्वास, ऊर्जा और निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित करती है। | भावनाओं, सुरक्षा की भावना और मानसिक प्रतिक्रियाओं को प्रभावित करती है। |
जीवन पर प्रभाव | आपकी महत्वाकांक्षाओं, करियर और सामाजिक पहचान को आकार देती है। | आपके रिश्तों, भावनात्मक जुड़ाव और मानसिक संतुलन को दिशा देती है। |
वैदिक ज्योतिष भारतीय सभ्यता का हिस्सा है और इसकी जड़ें वेदों में हैं। विवाह, नामकरण, मुहूर्त, गृह प्रवेश, आदि हर धार्मिक कार्य में इसकी भूमिका आज भी देखी जाती है। भारतीय समाज में चंद्रमा के आधार पर कुंडली बनाई जाती है, क्योंकि यह व्यक्ति के मन, भावना और जीवन के उतार-चढ़ाव को ज़्यादा सटीक ढंग से दर्शाता है। हमारी परंपराएँ जैसे राशिफल पढ़ना, ग्रह शांति कराना, दशा-विधि - सब चंद्र राशि पर ही आधारित हैं। इसका अर्थ ये है कि हमारे देश, काल और परिस्थिति के हिसाब से भारतियों के लिए चंद्र राशि ही सही है।
भारत में चंद्र राशि को अधिक मान्यता दी जाती है, क्योंकि यह अधिक व्यक्तिगत और सटीक मानी जाती है। वैदिक ज्योतिष में चंद्र राशि को सूर्य राशि से अधिक महत्व दिया जाता है। नामकरण, विवाह मिलान और सामान्य भविष्यवाणी जैसे कई महत्वपूर्ण निर्णयों की गणना चंद्र राशि के आधार पर की जाती है।
अनुभव: 32
इनसे पूछें: जीवन, करियर, स्वास्थ्य
इनके क्लाइंट: छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश
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