By पं. अमिताभ शर्मा
चौथे भाव में मंगल के फल, गृह, माता, संपत्ति और मानसिक शांति पर ज्योतिषीय संकेत

ज्योतिष विद्या में चतुर्थ भाव का संबंध हृदय, घर, माता, निवास, भौतिक सुख-सुविधाओं और मानसिक शांति से है। मंगल ग्रह, जब इस भाव में स्थित होता है, तो आत्मविश्वास और जोश के साथ-साथ जीवन में कई विशेष अनुभव भी लाता है। चतुर्थ भाव का मंगल न केवल घर-परिवार को नई ऊष्मा और ऊर्जा देता है, बल्कि जीवन की जड़ें, मनोबल और संपत्ति की स्थिति भी प्रभावित करता है।
| जीवन क्षेत्र | मंगल का असर |
|---|---|
| संपत्ति | भूमि, वाहन, भवन सुख; परंतु विवाद/नुकसान की आशंका |
| मां व परिवार | मातृ सुख में कमी, परिवार में ठंडापन या अकेलापन |
| करियर | प्रगति, बुलंदियां, लोकप्रियता |
| मानसिकता | बेचैनी, जल्दी निर्णय, भावनात्मक परिवर्तन |
| शिक्षा | अध्ययन में व्यवधान या एकाग्रता की कमी |
| विवाह | जीवनसाथी या रिश्तों में चिंता |
| विरोधी | प्रभावशाली शत्रु, तीखी प्रतिस्पर्धा |
जन्मकुंडली में चतुर्थ स्थिर मंगल, मांगलिक दोष की गणना में शामिल होता है। इसका असर वैवाहिक जीवन में अस्थिरता, भावनात्मक अलगाव, दांपत्य संबंधों में सामंजस्य की चुनौतियों के रूप में दिख सकता है। मधुरता, परामर्श और धैर्य से ही ऐसे संबंधों में सामंजस्य संभव है।
| मंगल की परिस्थिति | संभावित प्रभाव |
|---|---|
| शक्तिशाली मंगल | मजबूत घर, पराक्रम, कार्यक्षेत्र में उपलब्धि |
| निर्बल/पीड़ित मंगल | मानसिक तनाव, संपत्ति विवाद, मातृ सुख की कमी |
मंगल दोष या चतुर्थ भाव के अशांत मंगल के लिए मंगलवार का व्रत और लाल वस्त्र धारण करें
मूंगा रत्न, तांबे की वस्तु एवं मंगल यंत्र का पूजन करें
घर में हनुमान चालीसा तथा मंगल मंत्र का सामूहिक पाठ करें
ज़रूरतमंदों को औषधि, तांबा, मसूर दाल, और अन्न दान करना शुभ है
मानसिक शांति के लिए ध्यान, प्राणायाम, तथा मां दुर्गा या भैरव पूजा करें
चतुर्थ भाव में मंगल सहज रूप से जुनून, उपलब्धि, और संपत्ति की आकांक्षा देता है, परंतु जीवन में स्थायित्व, परिवार में सामंजस्य, और मन की शांति के लिए नियंत्रण, अनुशासन और सद्विचार की आवश्यकता हमेशा रहती है। मंगल के शास्त्रीय उपायों, नियमित पूजा और सकारात्मक सोच से घर-परिवार में शुभता, ऊर्जा और संतुलन बना रह सकता है।
जन्म नक्षत्र मेरे बारे में क्या बताता है?
मेरा जन्म नक्षत्र
अनुभव: 32
इनसे पूछें: विवाह, करियर, व्यापार, स्वास्थ्य
इनके क्लाइंट: छ.ग., उ.प्र., म.प्र., दि.
इस लेख को परिवार और मित्रों के साथ साझा करें