By पं. सुव्रत शर्मा
द्वितीय भाव में बुध के स्वभाव, धन, वाणी, करियर और योगों के विस्तृत प्रभाव का अध्ययन
द्वितीय भाव में स्थित बुध व्यक्ति को मधुर वाणी, सौम्य स्वभाव और प्रभावशाली व्यक्तित्व प्रदान करता है। चेहरे पर आकर्षण और सहज मुस्कान, आंखों या मस्तक पर कोई विशेष चिन्ह तथा वाणी में ऐसी सम्मोहक शक्ति होती है जो श्रोताओं को बांध लेती है। इस स्थिति के जातक विचारशील, सदाचारी और न्यायप्रिय होते हैं तथा समाज में अपने गुण और उदारता के कारण सम्मान पाते हैं।
यह स्थिति जातक को वक्तृत्व कला में निपुण बनाती है। सभा में उनका भाषण तेजस्वी और प्रभावशाली
होता है। शास्त्र चर्चा, कविता, लेखन और शिक्षण जैसे क्षेत्रों में गहरी रुचि देखी जाती है।
वे परोपकार और दान में भी अग्रणी रहते हैं। साहस और निर्णय क्षमता के कारण वे कठिन परिस्थितियों में
भी न्याय करने में सक्षम होते हैं।
बुद्धि और संवाद कौशल से धन अर्जित करने की क्षमता इस भाव का प्रमुख प्रभाव है। जीवन का छत्तीसवां
वर्ष विशेष रूप से आर्थिक उन्नति का संकेत देता है। लेखन, अध्यापन, मध्यस्थता, लिपिकीय कार्य, प्रोफेसर,
प्रिंसिपल या डायरेक्टर जैसे पदों पर सफलता मिल सकती है।
यदि बुध कन्या, मकर या वृषभ राशि में हो तो गणना और वित्त क्षेत्र में असाधारण दक्षता मिलती है।
व्यापार, प्रबंधन, दस्तावेजी कार्य और वित्तीय क्षेत्र के उच्च पदों पर भी सफलता संभव है।
दूसरे भाव का बुध गायन, कला और सांस्कृतिक कार्यों में निपुणता देता है। मधुर आवाज से लोगों को प्रभावित करने की क्षमता मिलती है। विपणन और बिक्री में भी उत्कृष्टता देखी जाती है, जिससे कोई भी उत्पाद सफलतापूर्वक बेचा जा सकता है।
राशि-बुध | प्रभाव |
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मिथुन-बुध | संवाद, तकनीक और यात्रा पर अधिकार, नाटकीय शैली से अभिव्यक्ति |
कन्या-बुध | भावनाओं को व्यक्त करने की क्षमता, संगठन और शोध में दक्षता |
मीन-बुध | अंतर्ज्ञान प्रबल, दूसरों की सहायता की भावना, सकारात्मक दृष्टिकोण |
वक्री बुध दूसरे भाव में कठोरता और जिद लाता है, जिससे विकास के अवसर छूट सकते हैं और
अहंकार बढ़ सकता है।
अस्त बुध आर्थिक हानि, कानूनी विवाद और पेशेवर पहचान में कमी ला सकता है, साथ ही संचार
प्रभावहीन हो सकता है।
योग का नाम | प्रभाव |
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कलानिधि योग | यदि गुरु स्व राशि में हो और शुक्र-बुध के साथ युति करे तो कला, मनोरंजन और संस्कृति में सफलता और यश |
दूसरे भाव का बुध लेखन, काव्य, प्रकाशन, रेखांकन, प्रिंटिंग और कला संबंधी कार्यों में प्रतिभा देता है।
बहीखाता, कर निर्धारण, दस्तावेजी कार्य और पुस्तकालय से जुड़ी गतिविधियों में भी रुचि बढ़ाता है।
हालांकि अशुभ दशा में यह गलत तरीकों का सहारा लेने, झूठ बोलने और धोखेबाजी की प्रवृत्ति ला सकता है।
दूसरे भाव का बुध सही दिशा और सकारात्मकता के साथ जीवन में आर्थिक उन्नति, ज्ञान, कला और संपन्नता प्रदान करता है। यह व्यक्ति को शब्दों का माहिर और विचारों का धनी बनाता है, जो अपनी वाणी और बुद्धि से लोगों को प्रभावित करता है।
अनुभव: 27
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