By पं. अभिषेक शर्मा
भारत के प्रमुख श्रीकृष्ण मंदिर जहाँ दर्शन और अध्यात्म का अनुभव होता है
भारत की भक्ति परंपरा में श्रीकृष्ण का स्थान अद्वितीय है। जहाँ-जहाँ उनका मंदिर है, वहाँ श्रद्धालुओं को गहन शांति और दिव्य आनंद का अनुभव होता है। हर मंदिर अपनी वास्तुकला, परंपरा और धार्मिक महत्त्व के लिए विशिष्ट है। आइए जानते हैं देश के दस प्रमुख कृष्ण मंदिरों के बारे में।
संपूर्ण रूप से सफेद संगमरमर से निर्मित प्रेम मंदिर वृंदावन की भव्यता का प्रतीक है। लगभग 54 एकड़ क्षेत्र में फैला यह मंदिर जगद्गुरु कृपालु महाराज द्वारा स्थापित किया गया। यहाँ की दीवारों और शिल्पकृतियों में श्रीकृष्ण के जीवन की लीलाओं का सुंदर चित्रण किया गया है। यह मंदिर भक्तों और पर्यटकों के लिए अवश्य दर्शन योग्य है।
स्थान: श्यामा श्याम धाम, श्री कृपालु महाराज जी मार्ग, वृंदावन, उत्तर प्रदेश
अंतरराष्ट्रीय श्रीकृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) के मंदिर भारत ही नहीं विश्वभर में स्थित हैं। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, वृंदावन, बेंगलुरु और अहमदाबाद जैसे प्रमुख नगरों में बने ये मंदिर भक्ति संगीत, प्रवचन और ध्यान साधना के केंद्र हैं। यहाँ हर समय भक्ति का उल्लास और आध्यात्मिक शांति का अनुभव होता है।
स्थान: अनेक शहरों में
‘जगत मंदिर’ के नाम से प्रसिद्ध यह प्राचीन मंदिर लगभग ढाई हज़ार वर्ष पुराना माना जाता है। गुजरात में स्थित पाँच मंज़िला यह मंदिर 72 स्तंभों पर टिका हुआ है। चार धाम यात्रा का यह एक प्रमुख तीर्थ है और यहाँ भगवान श्रीकृष्ण द्वारकाधीश के रूप में पूजे जाते हैं।
स्थान: द्वारका, गुजरात 361335
‘दक्षिण का द्वारका’ कहे जाने वाले इस मंदिर में भगवान कृष्ण को बालरूप ‘गुरुवायुरप्पन’ के रूप में पूजा जाता है। केरल का यह मंदिर अपनी नित्य पूजा-पद्धतियों और भव्य उत्सवों के लिए विख्यात है।
स्थान: ईस्ट नाडा, गुरुवायुर, केरल 680101
वृंदावन के प्राचीनतम मंदिरों में से एक, जुगल किशोर मंदिर को केशी घाट मंदिर भी कहा जाता है। लाल बलुआ पत्थर से निर्मित यह मंदिर श्रद्धालुओं को गहन शांति और ध्यान का वातावरण प्रदान करता है।
स्थान: गोतम नगर, वृंदावन, उत्तर प्रदेश
अहमदाबाद का यह प्रसिद्ध मंदिर भगवान कृष्ण, बलराम और सुभद्रा की मूर्तियों से सुशोभित है। यहाँ की लकड़ी की प्रतिमाएँ समय-समय पर परिवर्तित की जाती हैं। इसकी प्रेरणा पूरी के जगन्नाथ मंदिर से ली गई है और यह गुजरात का प्रमुख आध्यात्मिक केंद्र है।
स्थान: जमालपुर, अहमदाबाद, गुजरात 380022
वृंदावन का सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक, बांके बिहारी मंदिर भगवान के त्रिभंग मुद्रा रूप की प्रतिमा के लिए विख्यात है। यहाँ होली और जन्माष्टमी जैसे पर्व अत्यंत भव्य रूप से मनाए जाते हैं।
स्थान: बांकेबिहारी कॉलोनी, वृंदावन, उत्तर प्रदेश
तेरहवीं शताब्दी में संत माध्वाचार्य द्वारा स्थापित यह मंदिर उपासना और शिक्षण दोनों का केंद्र है। यहाँ ‘कनाकना किंडी’ नामक खिड़की से भगवान के दर्शन करने की परंपरा अद्वितीय और आकर्षक है।
स्थान: श्रीकृष्ण मंदिर परिसर, तेनकपेटे, उडुपी, कर्नाटक
राजस्थान की अरावली पहाड़ियों में स्थित यह मंदिर श्रीनाथजी की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। यह मूर्ति श्रीकृष्ण का स्वयंभू स्वरूप मानी जाती है जिसे मुगल काल में मथुरा से यहाँ लाया गया था। यह मंदिर पुष्टिमार्गीय वैष्णव परंपरा का एक प्रमुख तीर्थ है।
स्थान: एनएच 8, शिव नगर, नाथद्वारा, राजस्थान 313301
जयपुर के सिटी पैलेस परिसर में स्थित यह मंदिर गोविंद देव जी को समर्पित है। यहाँ की प्रतिमा को श्रीकृष्ण के पृथ्वी अवतार से अत्यंत समान माना जाता है। यह मंदिर अपनी भव्य आरतियों और धार्मिक वातावरण के लिए प्रसिद्ध है।
स्थान: जलेबी चौक, जय निवास गार्डन, जयपुर, राजस्थान
प्रश्न 1. भारत में सबसे प्रसिद्ध कृष्ण मंदिर कौन से हैं?
उत्तर: वृंदावन का बांके बिहारी मंदिर, द्वारका का द्वारकाधीश मंदिर और नाथद्वारा का श्रीनाथजी मंदिर अत्यंत प्रसिद्ध हैं।
प्रश्न 2. दक्षिण भारत में कौन सा प्रमुख कृष्ण मंदिर है?
उत्तर: केरल का गुरुवायुर मंदिर और कर्नाटक का उडुपी श्रीकृष्ण मठ दक्षिण भारत के प्रमुख मंदिर हैं।
प्रश्न 3. इस्कॉन मंदिरों की विशेषता क्या है?
उत्तर: इस्कॉन मंदिर भक्ति संगीत, प्रवचन और ध्यान का केंद्र हैं जहाँ श्रद्धालु वैश्विक स्तर पर कृष्ण भक्ति का अनुभव करते हैं।
प्रश्न 4. गोविंद देव जी मंदिर कहाँ स्थित है?
उत्तर: यह मंदिर जयपुर के सिटी पैलेस परिसर में जलेबी चौक के पास स्थित है।
प्रश्न 5. नाथद्वारा का श्रीनाथजी मंदिर क्यों प्रसिद्ध है?
उत्तर: यह मंदिर श्रीकृष्ण के स्वयंभू स्वरूप श्रीनाथजी की प्रतिमा और पुष्टिमार्गीय परंपरा का प्रमुख केंद्र होने के कारण प्रसिद्ध है।
अनुभव: 19
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