By पं. संजीव शर्मा
विवाह, शांति, सौंदर्य और शुक्र ग्रह के लिए माँ का महत्व
माँ महागौरी, दुर्गा के नौ रूपों में आठवां स्वरूप हैं, जिनकी पूजा नवरात्रि के आठवें दिन होती है। वह देवी अत्यंत पवित्रता, करुणा, शांति, सौंदर्य और आत्म-परिवर्तन की प्रतीक हैं। उनका नाम “महागौरी” महान उज्ज्वलता और दिव्यता दर्शाता है। वे सफेद वस्त्रों में, बैल पर सवार, शांति और कृपा से पूरित, न्यूनतम आभार और गहनों के साथ विराजती हैं। माँ की पूजा शुक्र ग्रह से जुड़े प्रेम, समृद्धि और पारिवारिक सुख के लिए होती है।
इस वर्ष नवरात्रि 9 की बजाय 10 दिन क्यों मनाई जाएगी, जानने के लिए यहां क्लिक करें!
जलती ज्योति, घंटे के साथ समूहगान, प्रसन्नता और सामूहिक ऊर्जा का प्रतीक है।
नवरात्रि के 9वें दिन और मां सिद्धिदात्री के बारे में यहां पढ़ें।
प्र. माँ महागौरी की आराधना किस ग्रह के लिए विशेष है?
उत्तर: शुक्र (Venus) ग्रहप्रेम, सुख, विवाह, संपत्ति, कला, सौंदर्य के लिए।
प्र. शुक्र कमजोर हो तो क्या दिक्कतें आती हैं?
उत्तर: दांपत्य जीवन में कलह, प्रेम में बाधा, आर्थिक संकट, त्वचा/स्वास्थ्य समस्या, कला-सौंदर्य प्रेम में कमी।
प्र. माँ महागौरी के पूजन से क्या लाभ हैं?
उत्तर: विवाह-सुख, प्रेम, धन, स्वास्थ्य, आत्मशुद्धि, रिश्तों में मिठास, करियर में प्रगति, सौंदर्य वृद्धि।
प्र. पूजन का सबसे शुभ दिन, रंग व भोग?
उत्तर: नवरात्रि के आठवें दिन, शुक्रवार, सफेद/लाल वस्त्र, दूध व सफेद मिठाई, पंचामृत या नारियल प्रसाद।
प्र. कौन लोग विशेष लाभ पा सकते हैं?
उत्तर: विवाह में कठिनाई, शुक्र दोष, मानसिक तनाव, आर्थिक बाधा, स्वास्थ्य कष्ट, कला/सौंदर्य प्रेम में कमी।
प्र. कौन से अन्य उपाय शुभ हैं?
उत्तर: शुक्रवार का व्रत, सफेद रंग व वस्त्र, इत्र, सुगंध, दान, हीरा/ओपल का प्रयोग।
प्र. माँ महागौरी किनका मनोबल बढ़ाती हैं?
उत्तर: संघर्षरत, परित्यक्त, परिवार व करियर में असंतुलन झेल रहे, या मानसिक/भावनात्मक कष्ट से जूझ रहे व्यक्ति।
क्या आप नवरात्रि के प्रत्येक दिन का शुभ मुहूर्त जानना चाहते हैं?
पंचांग में मुहूर्त देखेंअनुभव: 15
इनसे पूछें: पारिवारिक मामले, आध्यात्मिकता और कर्म
इनके क्लाइंट: दि., उ.प्र., म.हा.
इस लेख को परिवार और मित्रों के साथ साझा करें