भारतीय पौराणिक कथाओं में कालिया नाग की कथा साहस, करुणा और आध्यात्मिक संदेश से भरी है। यह कथा श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं में सबसे प्रसिद्ध और प्रेरक मानी जाती है। कालिया नाग का यमुना नदी में रहना, उसका विष फैलाना, श्रीकृष्ण द्वारा उसका दमन और अंत में क्षमा - यह सब जीवन में बुराई, अहंकार और नकारात्मकता पर विजय का प्रतीक है।
कालिया नाग का यमुना में वास - गरुड़ से शत्रुता
- कालिया नाग अत्यंत विषैला और शक्तिशाली नाग था, जो कश्यप ऋषि और कद्रू के पुत्रों में से एक था।
- अपने सौतेले भाई गरुड़ (भगवान विष्णु के वाहन) से शत्रुता के कारण कालिया नाग महासागर छोड़कर वृंदावन के पास यमुना नदी के एक कुंड में आकर बस गया।
- यमुना का वह भाग ऋषि शौनक के श्राप के कारण गरुड़ के लिए निषिद्ध था, इसलिए कालिया नाग ने वहीं शरण ली।
यमुना का विषाक्त होना और ब्रजवासियों की पीड़ा
- कालिया नाग के विष के कारण यमुना का जल काला और जहरीला हो गया।
- नदी के जल को पीने वाले पशु-पक्षी, मछलियाँ और यहां तक कि पेड़-पौधे भी मरने लगे।
- ब्रजवासियों के लिए जीवनदायिनी यमुना अब मृत्यु का कारण बन गई थी।
श्रीकृष्ण का यमुना में प्रवेश और कालिया नाग से युद्ध
- एक दिन श्रीकृष्ण अपने मित्रों के साथ यमुना किनारे खेल रहे थे। खेलते-खेलते उनकी गेंद यमुना में जा गिरी।
- श्रीकृष्ण ने मित्रों की चिंता के बावजूद नदी में छलांग लगा दी और कालिया नाग के कुंड में पहुंच गए।
- कालिया नाग ने श्रीकृष्ण को अपने फनों से जकड़ लिया, लेकिन श्रीकृष्ण ने अपनी दिव्य शक्ति से कालिया की पकड़ ढीली कर दी।
- श्रीकृष्ण ने कालिया नाग के 101 फनों पर नृत्य किया, जिससे कालिया थककर हार मान गया। उसके मुंह से रक्त बहने लगा और वह पूरी तरह पराजित हो गया।
नाग पत्नियों की प्रार्थना और श्रीकृष्ण की करुणा
- कालिया नाग की पत्नियाँ (नाग कन्याएँ) अपने बच्चों के साथ श्रीकृष्ण के चरणों में आकर प्रार्थना करने लगीं।
- उन्होंने भगवान से अपने पति को क्षमा करने की विनती की।
- श्रीकृष्ण ने करुणा दिखाते हुए कालिया नाग को क्षमा किया और उसे आदेश दिया कि वह अपने परिवार सहित यमुना छोड़कर समुद्र में चला जाए।
श्रीकृष्ण का आदेश और यमुना का शुद्धिकरण
- श्रीकृष्ण ने कहा कि अब से मनुष्य और गायें सुरक्षित रूप से यमुना का जल उपयोग कर सकेंगी।
- उन्होंने कालिया को आशीर्वाद दिया कि उसके शरीर पर श्रीकृष्ण के पदचिह्न अंकित होने के कारण अब गरुड़ भी उसे कोई हानि नहीं पहुंचाएगा।
- कालिया नाग अपने परिवार के साथ यमुना छोड़कर चला गया और यमुना का जल फिर से निर्मल और पवित्र हो गया।
कथा का गूढ़ संदेश
- अहंकार और बुराई का अंत: कालिया नाग का दमन यह दर्शाता है कि अहंकार और नकारात्मकता चाहे जितनी भी प्रबल हो, ईश्वर की कृपा और साहस से उसका अंत संभव है।
- क्षमा और करुणा: श्रीकृष्ण ने कालिया को दंडित करने के बाद क्षमा भी किया, जिससे दया और करुणा का महत्व उजागर होता है।
- प्रकृति और जीवन का संतुलन: यमुना का शुद्धिकरण यह सिखाता है कि जीवन में संतुलन, शुद्धता और सकारात्मकता बनाए रखना आवश्यक है।
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