By अपर्णा पाटनी
जानिए 8 और 9 अगस्त को व्रत, स्नान-दान और राखी का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इस दिन के विशेष योग
सावन की उमस भरी हवाएं, हर ओर शीतल छटा और मंदिरों की घंटियों की मधुर ध्वनि सावन पूर्णिमा के पावन पर्व को अद्भुत बना देती है। यह मात्र माह की पूर्णिमा नहीं, बल्कि एक ऐसा मौका है जब प्रकृति समेत समस्त जीवों में असीमित आध्यात्मिक ऊर्जा प्रवाहित होती है। इस वर्ष सावन पूर्णिमा 8 और 9 अगस्त के बीच प्रवाहित होगी, जिसमें रक्षाबंधन पर्व भी जुड़ा होने के कारण इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। यह दिन भक्ति, श्रद्धा और दान के लिए विशेष अवसर प्रदान करता है।
हिंदू धर्मशास्त्रानुसार, तिथि का निर्धारण सूर्योदय पर आधारित होता है इसलिए पूर्णिमा पर स्नान और पूजा का मुख्य पुण्यकाल 9 अगस्त को माना जाता है।
सावन पूर्णिमा का व्रत 8 अगस्त को रखा जाएगा। शाम को चंद्र दर्शन के समय (लगभग 6:42 बजे) भगवान शिव एवं चंद्रमा की पूजा कर अरघ्य देना शुभ माना जाता है, जिससे मानसिक शांति और रोगों का नाश होता है।
रूद्राभिषेक भी इसी दिन करने से अत्यधिक लाभ होता है। इस विधि को करने वाले अपने विघ्नों का नाश करते हुए मनोकामना की पूर्ति प्राप्त करते हैं।
सावन मास संपूर्ण पवित्र माना जाता है, किन्तु सावन पूर्णिमा तिथि और उसमें दान व स्नान का विशेष महत्व है। 9 अगस्त की सुबह 4:22 से 5:04 बजे तक स्नान और दान करने से पापों का नाश और पुण्यों का संचय होता है।
रक्षाबंधन पर्व सावन पूर्णिमा के दिन ही मनाया जाता है। 9 अगस्त को कोई भद्रा दोष नहीं रहेगा, इसलिए यह त्यौहार बाधा मुक्त एवं मंगलमय होगा। राखी बांधने का श्रेष्ठ समय 9 अगस्त सुबह 5:47 से दोपहर 1:24 तक रहेगा।
इस दिन तीन विशेष शुभ योग बन रहे हैं:
विषय | विवरण |
---|---|
पूर्णिमा तिथि | 8 अगस्त 2:12 बजे प्रारंभ, 9 अगस्त 1:24 बजे समाप्ति |
व्रत प्रारंभ | 8 अगस्त, शुक्रवार |
स्नान एवं दान समय | 9 अगस्त सुबह 4:22 से 5:04 बजे |
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त | 9 अगस्त सुबह 5:47 से दोपहर 1:24 बजे |
विशेष योग | सौभाग्य, शोभन और सर्वार्थ सिद्धि योग |
सावन पूर्णिमा और रक्षाबंधन का यह पावन संगम श्रद्धालुओं के लिए आस्था, भक्ति और आध्यात्मिक समृद्धि का अद्वितीय अवसर है। इस दिन की स्थिर भक्ति, नियम पालन, व्रत और दान से जीवन में सुख-शांति, स्वास्थ्य लाभ और समृद्धि सुनिश्चित होती है। सभी श्रद्धालुओं को इस पावन अवसर का सादर हार्दिक अभिनंदन।
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